मजदूरी कर पढ़ाई के लिए जुटाए थे रुपए लेकिन गरीबों के आंसू देख , खर्च की कमाई!

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लॉकडाउन के दौरान आम लोगों की जिंदगी पर परेशानियों का पहाड़ टूट गया अच्छे-अच्छे बिजनेस ठप हो गए तो कहीं लोगों की पढ़ाई पर भी इसका प्रभाव देखने को मिला आपको बता दें लेकिन इस दौरान भी कई सामाजिक लोग सामने आए उन्होंने गरीबों में उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए ढेर सारे काम करें और सरकार द्वारा भी योजनाएं बनाएं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की दास्तान बताने जा रहे हैं जिसने गरीबों को देखकर अपनी पढ़ाई को कुर्बान कर दिया।

मजदूरी कर पढ़ाई के लिए जुटाए थे रुपए लेकिन गरीबों के आंसू देख , खर्च की कमाई!

फरीदाबाद के रहने वाले युवक मनोज यशवंत ने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए जमा किये हुए पैसों को जरूरतमंद लोगो और बेजुबान जानवरों की सेवा में लॉक डाउन के दौरान लगा दिया। वहीँ आपको बता दें की इस युवक ने अपनी पढ़ाई के लिए जो पैसा जमा किया हुआ था, वह पैसा उसने दिहाड़ी मजदूरी करके जुटाया था। खून पसीने की कमाई व्यक्ति सबसे पहले अपने ऊपर उन लोगों को क्रश करने की सोचता है लेकिन मनोज के दिल में तो कुछ और ही सोच था ।

मजदूरी कर पढ़ाई के लिए जुटाए थे रुपए लेकिन गरीबों के आंसू देख , खर्च की कमाई!

युवक ने बताया की यह मदद उसने अपनी पढ़ाई के पैसों से की है। उसने बताया की वह एक छात्र है और उसकी ग्रेजुएशन एमडीयू से हो रही है। वहीँ आगे की पढ़ाई के लिए उसने कुछ पैसा दिहाड़ी मजदूरी के लिए इकठ्ठा किया था।

मजदूरी कर पढ़ाई के लिए जुटाए थे रुपए लेकिन गरीबों के आंसू देख , खर्च की कमाई!

युवक ने बताया की यह मदद उसने अपनी पढ़ाई के पैसों से की है। उसने बताया की वह एक छात्र है और उसकी ग्रेजुएशन एमडीयू से हो रही है। वहीँ आगे की पढ़ाई के लिए उसने कुछ पैसा दिहाड़ी मजदूरी के लिए इकठ्ठा किया था।लेकिन अचानक से लॉक डाउन हो जाने के चलते उसने देखा की गरीब लोगों को राशन की परेशानी हो रही है जिसके बाद उसने दिहाड़ी मेहनत से कमाई हुई पूरी राशि जरूरतमंद लोगों के लिए लगा दी ।