ऐसा शायद ही कोई क्षेत्र बचा होगा जहां पर महिलायों का शोषण नहीं होता। कोई भी ऐसा काम शायद ही बचा होगा। स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है। यहां पर देश का भविष्य पढ़ता है। अगर विद्यालय में गलत काम होने लग गए तो देश का भविष्य उज्जवल कैसे होगा? एक कुछ इस प्रकार का मामला आया। सर, एचएम कन्फ्यूज्ड मैन हैं, खुद क्या करते हैं, हम लोगों को पता ही नहीं चलता है। स्कूल के एक भी शिक्षक से इनका बर्ताव ठीक नहीं है।
इन्होनें कुछ समय पहले एक टीचर को तारों से मारा है, आज हम अपना पावर दिखा ही देते हैं। यह कोई फ़िल्मी बातें नहीं बल्कि टीचरों का दर्द था। एक ऐसा दर्द जिसे समझना काफी मुश्किल है। ये आरोप शिक्षाधिकारी के समक्ष उत्क्रमित मध्य विद्यालय किल्ली पहाड़पुर के शिक्षकों ने एक सुर में अपने एचएम रमण कुमार पोद्दार पर लगाए।
एक तरफ सभी टीचरों की एकता थी तो दूसरी तरफ अकेला प्रिंसिपल। एचएम से जब डीईओ ने जवाब तलब किया तो उन्होंने बस इतना कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं, यह सभी आपस में मिल गए हैं और मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। मामला लगातार बेगूसराय जिले में फैलता जा रहा है। विद्यालय के शिक्षक प्रेम सिंह, शिक्षिका ज्योति रानी, निरंजन कुमार एवं दीपक कुमार ने वर्तमान एचएम रमण कुमार पोद्दार पर कई तरह के संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि एचएम दो-दो दिन बिना सूचना के विद्यालय से गायब हो जाते हैं।
यह तो मात्र भर था आगे उन सभी ने यह आरोप लगाए कि वह किसी समय चुपके स्कूल आकर हाजिरी बना लेते हैं। अगर हेडमास्टर ही ऐसी हरकते करेगा तो बच्चों को क्या शिक्षा मिलेगी? इतना ही नहीं वहां के टीचरों ने आरोप लगाया है कि हेडमास्टर स्कूल के महत्वपूर्ण रजिस्टर को अपनी बाइक की डिक्की में रखकर घर ले जाते हैं।
गत दिनों उन्होंने एकमुश्त विद्यालय विकास मद का 75 हजार रुपया निकाल लिया और बाइक की डिक्की से चोरी हो जाने की शिकायत थाना में कर दी। इस मामले की जांच की जा रही है। हेडमास्टर सभी आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं।