एक ओर डेंगू अपने पैर पसार रहा है तो वही दूसरी ओर अब प्रशासन के पास फागिंग मशीन से लेकर लैब किट तक खत्म होती नजर आ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी चिंता में है अगर बात करें फॉर्मिंग मशीन की तो 40 वार्ड में कोई साथ ही मशीन है।
शहर में डेंगू के मरीज रोज नया रिकॉर्ड बना रहे हैं ऐसे में नगर निगम के पास फागिंग करने के लिए 10 साल पुरानी मशीनें हैं ।लेकिन वह भी बीच में बंद हो जाती है डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं।
नगर निगम की लेट लतीफी का नुकसान शहर की जनता को उठाना पड़ रहा है समय रहते नई मशीनें खरीदी जाती तो आज पूरे शहर में फागिंग का काम पूरा हो चुका होता यही नहीं सैनिटेशन ब्रांच ने प्राइवेट एजेंसी की ओर से हर साल फॉगिंग कराने का भी प्रस्ताव बनाया है।
जिसे अभी तक मंजूरी नहीं मिली है इन प्रस्तावों के चक्कर में शहर में डेंगू फैलता ही जा रहा है नगर निगम की आर्थिक स्थिति इस वक्त खराब है नगर निगम की आय व्यय के 7 से कम है जिस कारण कर्मचारियों को वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है ।
वही अवसर अभी 20 नई मशीनें खरीदने का प्रस्ताव बना रहे हैं इसकी फाइल अभी अधिकारियों के टेबल पर घूम रही है वहीं नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर अभिषेक मीणा ने बताया कि 20 नई मशीनें खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
हर साल प्राइवेट एजेंसी से ही फॉगिंग का कार्य किया जाए क्योंकि एक बार इस्तेमाल के बाद पूरे शहर की यह मशीनें स्टोर में रहती है जिससे इनका खराब होने का डर रहता है दोनों प्रस्तावों पर कमिश्नर के साथ चर्चा करके अंतिम फैसला लिया जाएगा।
इस वक्त डेंगू शहर में बढ़ता जा रहा है नगर निगम का काम होता है कि वह पहले से ही फॉगिंग की तैयारी करें और समय रहते पूरे शहर में फागिंग करें लेकिन नगर निगम के पास इस वक्त पर्याप्त मशीनें ही नहीं है।2010 में नगर निगम को स्वास्थ्य विभाग ने 10 मशीनें दी थी जो अब पुरानी हो चुकी है
नगर निगम क्षेत्र में मलेरिया और डेंगू की चल रही बिमारियों पर नियंत्रण करने के लिए नगर निगम प्रशासन ने निगम क्षेत्र में वार्ड वाइज फोगिंग अभियान की शुरुआत कर रखी है।
निगमायुक्त यशपाल यादव के निर्देशानुसार निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनेकों वार्डो में संबंधित पार्षदों की देख-रेख में फोगिंग का कार्य शेड्यूल अनुसार करवाया जा रहा है। निगमायुक्त यशपाल यादव ने शहरवासियांे से भी अपील है कि वे अपने घरों के कूलर, गमलों, टायर आदि में पानी जमा न होने दे ताकि डेंगू वाला मच्छर पैदा ना हो सके।
इस श्रृृंख्ला के अंतर्गत वार्ड-2 में न्यू जनता कलोनी, राजीव कालोनी, सैक्टर-55, 56, वार्ड-14 के खजाना कार्यालय, बाल कल्याण भवन जेल व जिला औद्योगिक कार्यालय, वार्ड -20 के दयाल नगर, सैक्टर 21सी, ग्रीन फील्ड कालोनी, वार्ड-13 के ऐ0सी0 नगर बाटा झुग्गी, राम नगर, वार्ड – 24 में अगवानपुर गांव क्षेत्र तथा ओल्ड फरीदाबाद के सैक्टर 28, सैक्टर 30 पुलिस लाईन व डी0पी0एस0 स्कूल सहित पूरे वार्ड में भी निगम कर्मचारियों ने फोगिंग की। निगमायुक्त ने अधिकारियों को यह अभियान आगामी आदेश तक लगातार चलाने के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक मशीन में तो आग लग गई थी जिस कारण सफाई कर्मचारी दुर्घटना का शिकार होने से बच गया नगर निगम को नई मशीनों की जरूरत है यह बजट के अभाव में नई मशीनें अभी तक नहीं खरीदी गई 2017 में रोटरी क्लब की तरफ से पांच मशीनें नगर निगम को दी गई थी।
जिनके बारे में अभी तक किसी को कुछ नहीं पता कि वह मशीन कहां है यह मशीन नगर निगम के पास रहते तो सुविधा होगी।