फादर्स डे, पिता के प्रति सम्मान प्रकट करने और आभार जताने के लिए मनाया जाता है, इससे समाज में पिता के महत्व की भी बात सामने आती है। मदर्स डे की तरह, फादर्स डे की शुरुआत भी चर्च से हुई थी। सदियों से चर्च के संतों और पोप के सम्मान में आयोजित किया गया था। मध्य युग के बाद से, यह 19 मार्च को यूरोप के कैथोलिक देशों में संत जोसेफ दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। पहली बार फादर्स डे 5 जुलाई, 1908 को फेयरमोंट, वेस्ट वर्जीनिया में विलियम्स मेमोरियल मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च साउथ में मनाया गया था। आइये जानते हैं I
फादर्स डे से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
हर साल जून के तीसरे संडे को फादर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल यह खास दिन 21 जून को मनाया जा रहा है। इस दिन हर बच्चा अपने पिता को उनके अपने जीवन में महत्व के बारे में बताता है। इस दिन को इसलिए भी सेलिब्रेट किया जाता है क्योंकि हर पिता अपने काम में इतना व्यस्त होता है कि उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका नहीं मिल पाता है।
फादर्स डे मनाने की शुरूआत अमेरिकन महिला सोनोरा स्मार्ट डोड ने किया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि उनके जन्म के तुरंत बाद उनकी मां की मौत हो गई थी | जिसके बाद उनके पिता ने उनका बेहद अच्छी तरह से पालन पोषण किया था। यह देख सोनोरा के मन में ख्याल आया कि एक दिन पिता के नाम भी होना चाहिए। सोनोरा ने सबसे पहले इस दिन की शुरूआत 5 जून को अपने पिता के जन्मदिन के रूप में शुरू किया था | जिसके बाद इस दिन को (फादर्स डे) के नाम पर मनाया जाने लगा।
बच्चे के लाइफ में जितनी अहम भूमिका मां की होती है उतनी ही अहम भूमिका पिता की भी होती है। लेकिन मदर्स डे सेलिब्रेशन की धूम ज्यादा देखने को मिलती है। ये अच्छा मौका होता है जब आप अपने पिता को हर उस चीज़ के लिए धन्यवाद कह सकते हैं जो उनकी वजह से आपको हासिल हुई हैं। इसे सेलिब्रेट करने का कोई प्रचलित तरीका नहीं है। जहां कोई गले मिलकर, गिफ्ट देकर इसे मनाता है वहीं कुछ लोग फादर्स के साथ ट्रिप प्लान कर, उन्हें लंच या डिनर पर ले जाकर इसे स्पेशल बनाते हैं।
सबके जीवन में पिता की अहम भूमिका होती है। आगे बढ़ने के लिए पिता प्रेरणा बनते हैं | पिता पहले मार्गदर्शक भी होते हैं। उंगली थामकर बच्चों को चलना सिखाने वाले पिता जीवनपर्यंत यादों में बसते हैं। जिले के विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां अपनी कामयाबी का श्रेय देती हैं अपने पिता को।
एक सफल बाप-बेटे की कहानी
लायंस क्लब के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता विजय पाल तोमर का कहना है कि उन्हें समाजसेवा की प्रेरणा पिता से मिली। नगर के मुन्ना लाल एंक्लेव में रह रहे तोमर बताते हैं कि उनके पिता स्वर्गीय चौधरी कटार सिंह कासिमपुर खेड़ी गांव के किसान थे। समाजसेवा के क्षेत्र में उन्होंने कार्य किया।
कल का दिन फादर्स के रूप में सभी जगह मनाया जाएगा। ऐसे में आप भी इस खास दिन को अपने पिता के लिए कुछ खास करने की सोच रहें होंगे। मगर कहीं आप इस दिन को कैसे मनाएं इस बात को लेकर कंफ्यूज है तो इस पर हम आपकी मदद कर सकते है। हम आपको कुछ ऐसे आइडियाज बताएंगे जिसे अपनाकर आप अपने पिता के लिए इस दिन को यादगार बना पाएंगे।
फादर्स डे पर कार्ड बनाएं
आप खुद कार्ड बनाकर उस पर कविता, स्लोगन या मैसेज लिखें। इसके साथ आप उनके साथ अपनी कुछ पुरानी फोटोज लगाकर एक स्क्रैप बुक भी तैयार कर सकते हैं। आप इस पर एक कविता लिख कर अपनी भावनाओं को उन तक पहुंचा सकते है। इससे आपका प्यार भरा रिश्ता और भी गहरा होगा।
अपने पिता के फेवरिट सॉन्ग्स
आपके पिता को जो गाने बहुत पसंद है। उन्हें इकट्ठा कर पेन ड्राइव में डालकर उन्हें गिफ्ट करें। ताकि वे अपने फेवरेट गाने जब चाहे सुन सके।
पिता की मनपसंद डिश बनाकर खिलाएं
अपने पता की फेवरेट डिश बनाकर उनके साथ खाएं। इसतरह आपको उनके साथ टाइम बिताने का मौका भी मिलेगा। अपने पिता को स्पेशल गिफ्ट दें, अगर आप जॉब करते है तो उन्हें कुछ खास खरीद कर दे सकते है | आप उनके लिए घड़ी लेकर उन्हें तोहफे में दे सकते है।
परिवार के साथ करें सेलिब्रेट
कोरोना के कारण घर बाहर न जाना ही सही है। ऐसे में निराश होने की जगह घर पर उनकी मनपसंद फिल्म लगाकर उनके साथ देखें। आप चाहे तो रात को पूरी फैमिली के साथ ऐसा प्रोग्राम बना सकते है। इसतरह आप पूरा फैमिली एक साथ इन खास पलों को अच्छे से एन्जॉय कर पाएंगे।
हैप्पी फादर्स डे, हमारे भारतीय सेना के जवानों को भी जो अपने परिवार से दूर रहे कर देश की रक्षा कर रहे है | उनको पुरे देश की तरफ से हैप्पी फादर्स डे और एक गर्व भरा सलाम |
Written by- Prashant K Sonni