फोन का उपयोग करने वाले हर व्यक्ति को वॉट्सएप के बारे में जरूर जानकारी होगी और अधिकतम लोग वॉट्सएप का इस्तमाल करते होंगे , डाटा ट्रांसफर से लेकर चैटिंग तक लोग वॉट्सएप का उपयोग करते है । ये भी कहना उचित होगा कि आज के आधुनिक युग में वॉट्सएप बेहद जरूरी हो चुका है।
कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं का वॉट्सएप अकाउंट हैक कर उन्हें ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का साईबर क्राइम सेल ने पर्दाफाश कर दिया है।
जानकारी के लिए बताना चाहेंगे इस गिरोह में एक युवती समेत एक निजी मोबाइल कंपनी का सर्विस प्रोवाइडर और एक अन्य मास्टरमाइंड युवक शामिल है।
साईबर टीम ने साईबर तकनीक का प्रयोग करके, कडी मेहनत से गिरोह के 3 आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है
पलवल,गुड़गांव,दिल्ली की 100 से अधिक,ज्यादातर काँलेज की लड़कियो के व्हाट्सएप को हैक कर पर्सनल जानकारी जुटाकर, वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल करने वाले मुख्य आरोपी मनीश,व 1महिला सहित तीन आरोपियों को @FBDPolice की #साइबर_अपराध_शाखा ने किया गिरफ्तार,भेजा जेल @police_haryana @nsvirk pic.twitter.com/00CTT13Qcd
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 20, 2020
शर्म व डर के कारण पीडिताए पुलिस के पास भी नही जाती थी। इन्हीं बातों का फायदा उठाकर आरोपियान बेफिक्र होकर वारदातो को अंजात देते रहे।
आरोपी ने एनआईटी मे रहने लडकी को इसी तरह अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हुए उसका ब्हाटसएप हैक कर लिया और उससे भी पैसो की मांग की गई।
लेकिन लडकी बहादुर निकली उसने तुरन्त अपने परिजनो को इस बारे मे बतलाया जिस पर परिजनों ने पुलिस में शिकायत दी।
जाने कैसे देते थे घटना को अंजाम
सीपी अनिल कुमार ने बताया इस गिरोह का मास्टर माइंड मनीष है । आरोपी जिस सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे पहले उन मोबाइल नंबरों को दूसरी यूजर कंपनी में पोर्ट कराते थे और मोबाइल नंबर को पोर्ट कराते समय फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करते थे।
दौराने तफतीश यह भी सामने आया कि टेलीकाम कम्पनियों द्वारा सिम बेचते समय व पोर्ट करवाते समय किस तरह नियमो की अनदेखी की जा रही है। इस उपरोक्त वारदात मे ऐयरटेल कम्पनी की तरफ से लगाए गए प्रोमोटर आरोपी सत्तार खान ने कुछ पैसो के लालच मे आरोपियान को फर्जी आधार कार्ड पर सिम जारी कर दी थी।
वोडाफोन कम्पनी की सिम को ऐयरटेल मे पोर्ट करते समय ये भी ध्यान नही रखा गया, कि वोडाफोन के उपभोक्ता का नाम व आई.डी. ऐयरटेल कम्पनी की सिम मे पोर्ट करवाते समय उसी उपभोक्ता के नाम व पता पर जारी की जा रही है या नही।
एसीपी क्राइम श्री यादव बताया ने कि आरोपियान से वारदात मे प्रयोग मोबाईल फोन, सिम कार्ड, व कई लडकियो/महिलाओ की पर्सनल जानकारिया व फोटो बरामद हुआ है।,
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिहें ने जानकारी देते हुए बताया की आरोपी मनीष को 15 जून को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की गई और पूछताछ के आधार पर अन्य दो आरोपी पूजा व सत्तार को गिरफ्तार किया गया था।
आरोपियो का कोविड- 19 का टेस्ट कराकर आज कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है
आरोपियों द्वारा शिकार बनाई गई उन लड़कियों से अपील है जिनको इन तीन 9971471819,,
7419171776,,
9319130978 नंबरों से कभी ब्लैकमेल या हरासमेंट करने के फोन आए हो तो कृपया वह अपनी शिकायत अपने संबंधित एरिया के महिला थाना या लोकल थाने में दे सकते हैं।
गौरतलब, आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में गुड़गांव एवं दिल्ली पुलिस को सूचित किया गया है मुकदमा की तफतीश लगातार जारी है ।