अंधविश्वास भारत में एक आम बात है। हर गली चौराहे पर अंध्विश्वास करता शख्स आपको दिखाई दे जाएगा। चिंताहरण चौहान नाम का एक शख्स पिछले 31 साल से एक अन्धविश्वास को ढो रहा है, जो अपने आप में अनोखा हैं। इसके बारे में जानकर पहले तो आप यकीन नहीं करेंगे। लेकिन यह सत्य है।
लोग काफी प्रयास करते हैं अंध्विश्वास को नहीं पनपने के लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। अगर आप इस व्यक्ति के बारे में उसके हिसाब से जानेंगे तो वह अंधविश्वास नहीं, एक तरीका है जिससे उसके बच्चों की जान बची है।
भारत एक ऐसा देश है जहां आसानी से लोग अंधविश्वास के शिकार होते हैं। यह पूरी घटना यूपी के जौनपुर के रहने वाले 67 साल के चिंताहरण चौहान की हैं। चौहान की पहली शादी 14 साल के उम्र में हुई थी, पर कुछ वक्त बाद उनकी पहली पत्नी की मौत हो गयी।
उसके बाद से वह पूरी तरह टूट गया। इतना ही नहीं उसे काफी असहाय एहसास होने लगा। चौहान ने पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर में एक ईंट की भट्टी में नौकरी की। जिस दुकान से वो अनाज लाता था, उसके मालिक की बेटी से चार साल बाद शादी कर ली।
इतना उसके लिए सही नहीं था। आगे परेशानी आने वाली थी। परिवार वालों को उसकी दूसरी शादी पसंद नहीं आई, इस कारण उसे उसको छोड़ना पड़ा। बाद में उसे पता चला की जिस लड़की को उसने छोड़ दिया था उसने सदमे में आकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद उसकी जिंदगी बदल गयी। हालांकि उसकी तीसरी शादी के बाद से मुसीबतें शुरू हुई चौहान ने परिवार वालों के कहने पर उसने तीसरी शादी कर तो ली, पर उसके बाद चौहान की मुसीबतें शुरू हो गई।
सभी ये शादी से बहुत सारी उम्मीद जोड़े हुए थे, पर ऐसा कुछ नही हुआ। उसी बीच उसे दिनाजपुर वाली लड़की के सपने आने लगें, उस सपनो में वह लड़की रोती और चौहान को धोखा देने के लिए कोसती थी।
उसके सपने उसके परिवार का काल बन गए। उसका पूरा परिवार काल के मुंह में समा गया। परिवारवालों की एक-एक कर मौत होनी शुरू हो गई सपने आने के बाद से चौहान के जिंदगी में मुसीबतें आनी शुरू हो गई। परिवारवालों की एक-एक कर मौत होने लगी, शुरुवात पिता की मृत्यु से हुई। इसी बीच उसको बंगाली पत्नी के सपने आते रहते थे। उन्ही में से एक सपने में वो उससे माफ़ी मांग रहा था, “मैंने उससे कहा कि वो मुझे माफ़ कर दे और उसके परिवार को बख्श दे।
उसने कहा कि चौहान को हमेशा एक दुल्हन की तरह सजना होगा ताकि इस रूप में वो लड़की हमेशा उसके साथ रह सके।” तब से चौहान ने दुल्हन की तरह रहने लगा और इसके बाद उसके परिवार में मौत होनी भी बंद हो गई।