150 रु की नौकरी से शुरू किया था सफ़र, खरीदी 1.5 करोड़ की लक्जरी कार और लिया 16 लाख का नंबर प्लेट

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    किस्मत किस समय बदल जाये किसी को नहीं पता होता है। किसी भी समय आपकी किस्मत पलट सकती है। एक कहावत है कि बुरे समय की सबसे अच्छी बात यह है कि वह भी कट जाता है। बुरे समय में कभी हार नहीं माननी चाहिए। एक समय गरीबी में ऑटो रिक्शा चलाने वाला यह शख्स 7 साल में अपनी मेहनत के बल पर न केवल करोड़पति बन गया, बल्कि उसने 4 गाड़ियों की नंबर प्लेट के लिए 40 लाख रुपये खर्च कर दिए।

    यह किसी फिल्मी कहानी लगती हो, लेकिन हकीकत है, जिसके चलते पिंक सिटी जयपुर का यह शख्स शहर के अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल हो गया है। आज अपनी सफलता को उन्होंने अपने तक सिमित नहीं रखा है। कई को रोजगार भी दे रहे हैं।

    150 रु की नौकरी से शुरू किया था सफ़र, खरीदी 1.5 करोड़ की लक्जरी कार और लिया 16 लाख का नंबर प्लेट

    कुछ कर दिखाने का जूनून हो अगर तो कुछ भी असंभव नहीं है इस दुनिया में। इस शख्स का नाम है राहुल तनेजा। बचपन में राहुल का जीवन काफी दुशवारियों में गुजरा। राहुल के पिता जीवन यापन करने के लिए गाड़ियों के पंक्चर को सही करते थे। इसके बाद वो शहर में टेम्पो चलाने लगे। हालांकि राहुल ने 11 साल की उम्र में घर छोड़ दिया।

    150 रु की नौकरी से शुरू किया था सफ़र, खरीदी 1.5 करोड़ की लक्जरी कार और लिया 16 लाख का नंबर प्लेट

    उसने अपना खर्चा चलाने के लिए मकर संक्रांति के वक्त पतंग बेची, रक्षाबंधन पर राखियां, दिवाली पर पटाखे व होली पर रंगों को गली-गली में बेचा करता था। लगन से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। इसका उदाहरण हैं राहुल। दिन में ढाबे पर नौकरी की और रात को ऑटो चलाया। आमदनी बढ़ाने के लिए उसने रात के वक्त 9 से 12 बजे तक ऑटो चलाना शुरू कर दिया। उसके पास लाइसेंस नहीं था, पुलिस द्वारा बचने के लिए उसने ऐसा किया।

    150 रु की नौकरी से शुरू किया था सफ़र, खरीदी 1.5 करोड़ की लक्जरी कार और लिया 16 लाख का नंबर प्लेट

    राहुल ने कहा कि जब तक उसने रात में ऑटो चलाया, तब तक वो कभी भी पुलिस की पकड़ में नहीं आया। कड़ी मेहनत के दम पर इन्होनें यह मुकाम हासिल किया है।