हर किसी को अपनी जान काफी ज़्यादा प्यारी होती है। कोई भी अपनी सेहत के साथ कभी कोई समंझोता नहीं कर सकता है। आपने ऐसी तो कई खबरें पढ़ीं होंगी जिसमें कि लोग बीमा के पैसे को लेने के लिए कई तरह के उपाय निकालते हैं। लकिन क्या आपने कभी सोचा है सिर्फ बीमा के पैसे लेने के लिए लोग अपनी जान तक की परवाह किए बगैर कदम उठा लेते हैं।
लोगों को उस समय सिर्फ पैसा दिखायी देता है। यह नहीं सूझता कि उनकी जान दांव पर लगी है। हाल ही में ऐसा एक मामला सामने आया है जब एक व्यक्ति बीमा का पैसे लेने के लिए ट्रेन के सामने आ गया। इस जोखिम भरे फैसले ने उस व्यक्ति को विकलांग बना दिया और उसके दोनों पैर कट गए।
ज़िंदगी भर अब वो चल नहीं सकेगा। यह कदम उसने सिर्फ पैसों के लिए उठाया। उसने ट्रेन की पटरी पर लेटकर अपने दोनों पैर गंवा दिए ताकि बीमा की रकम पा सके। खास बात ये है कि उस व्यक्ति के नाम पर 14 बीमा पॉलिसी चल रहीं थी। लेकिन ऐसा करने के बाद भी वो अपने उद्देश्य में कामयाब नहीं हो सका। एक्सीडेंट के कई सालों बाद भी वह बीमा के 23 करोड़ रुपये नहीं हासिल कर पाया है।
पैसा भी नहीं मिला और दोनों पांव भी गवा दिए। इस व्यक्ति ने बिना सोचे समझे यह कदम उठाया है। ये मामला हंगरी का है। वहां की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने हाल ही में एक फैसला सुनाया जिसके बाद पता चला कि सैंडर नाम का शख्स करीब 23 करोड़ 97 लाख रुपये का बीमा भुगतान और मुआवजा पाने के लिए जानबूझकर ट्रेन के आगे लेट गया था।
यह घटना 2014 में हुई थी। इस घटना में 54 वर्षीय सैंडर ने अपने दोनों पैर ट्रेन के सामने लेटकर कटवा लिए थे। वह तब से कृत्रिम अंगों का उपयोग कर रहा है और व्हीलचेयर के सहारे है।
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