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आज के दिन ग्रहण ने दिलाई जनता कर्फ्यू की याद , लोगों ने ग्रहण को लिया गंभीरता से

फरीदाबाद शहर में ग्रहण के दौरान जनता कर्फ्यू जैसी स्थिति देखने को मिली । लेकिन बस फर्क इतना रहा की सड़कों पर पुलिस बल की संख्या कम रही। बिना पुलिस बल के है आज 21 जून रविवार को सड़कें सुनसान दिखाई दी । मथुरा रोड हो या कोई चौक सभी जगह काफी कम लोग दिखाई दिए।
नियमों के अनुसार रविवार के दिन सभी दुकानें बंद रहती है इसलिए मार्केट ने भी सन्नाटा छाया रहा । एक बार फिर जनता कर्फ्यू जैसी स्थिति होने के एक नहीं अनेक कई कारण है ।

आज के दिन ग्रहण ने दिलाई जनता कर्फ्यू की याद , लोगों ने ग्रहण को लिया गंभीरता से


1- सूर्य ग्रहण की वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकले ,माना जा रहा है कि ये बहुत ही बड़ा सूर्य ग्रहण है और इस साल का पहला ग्रहण है ।
2- रविवार के दिन फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा आदेश है की सभी दुकानें बंद रहेंगी ।
3- जिला प्रशासन द्वारा फरीदाबाद जिले में धारा 144 नियम के तहत प्रतिबंध लगाई गए है ।

नियमों के अनुसार रविवार के दिन सभी दुकानें बंद रहती है इसलिए मार्केट ने भी सन्नाटा छाया रहा । एक बार फिर जनता कर्फ्यू जैसी स्थिति होने के एक नहीं अनेक कई कारण है
1- सूर्य ग्रहण की वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकले ,माना जा रहा है कि ये बहुत ही बड़ा सूर्य ग्रहण है और इस साल का पहला ग्रहण है ।
2- रविवार के दिन फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा आदेश है की सभी दुकानें बंद रहेंगी ।
3- जिला प्रशासन द्वारा फरीदाबाद जिले में धारा 144 नियम के तहत प्रतिबंध लगाई गए है ।

जिला प्रशासन फरीदाबाद द्वारा कल ही इस बात को लेकर सूचना दे दी गई थी कि सूर्य ग्रहण के दौरान यानी की सुबह 10: 20 से दोपहर एक 1:47 तक जिले में सामूहिक रूप से किसी भी प्रकार के पवित्र स्थान धार्मिक स्थल , धार्मिक पूजा और हवन यज्ञ आदि धार्मिक आयोजनों को पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाएगा।

ग्रहण से जुड़ी कुछ बातें



-इस का दूसरा चंद्रग्रहण 16 जुलाई की रात 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा, जो कि 4 बजकर 31 मिनट तक लगा रहेगा। करीब 149 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है। यह ग्रहण रात 3 बजकर 1 मिनट पर चरम पर होगा। इस समय धरती चंद्रमा को ढंक देगी।
-साल 2019 का पहला चंद्र ग्रहण 20-21 जनवरी को लगा था। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण था, जबकि इस बार आंशिक चंद्र ग्रहण है। पहले चंद्र ग्रहण को वैज्ञानिकों ने ब्लड वुल्फ मून नाम दिया था। ग्रहण के दौरान चंद्रमा के पूरी तरह लाल होने की वजह से यह नाम दिया गया था।
-अमेरिकी मूल की जनजातियों ने वुल्फ मून नाम रखा था। इसके पीछे एक दिलचस्प वजह है। दरअसल सर्दियों में भेड़िए खाना ढूंढने के दौरान चिल्लाते हैं। यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखा था, लेकिन अमेरिका, आइसलैंड और आयरलैंड समेत कई देशों ने इस नजारे को देखा था। हालांकि इस बार भारत के लोग भी सुपर ब्लड वुल्फ मून जैसा नजारा देख पाएंगे।

आपको ग्रहण की कुछ तस्वीरें दिखाते है जो लोगों ने अपने इंस्टा ग्राम पर सांझा की है

आज लगे इस ग्रहण ने जाता कर्फ्यू का नजारा एक बार फिर याद दिला दिया जब लोग अपने घरों में रह कर इस कठिन समय से बचने के लिए घरों में रुके थे ।क्या अपने ग्रहण के दौरान सूरज को देखने की कोशिश की अगर हां तो तस्वीरें कमेंट में जरूर सांझा करे

Avinash Kumar Singh

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