कैसे फरीदाबाद के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे को दिया नया जन्म

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फरीदाबाद में रोजाना सामने आ रहे सैकड़ों नए मरीजों के साथ फरीदाबाद की स्थिति कोरोना वायरस को लेकर भयावह होती जा रही है लेकिन फरीदाबाद में स्वास्थ्य कर्मियों के हौसले एवं उनके द्वार मरीजों को दिए जा रहे उपचार की बदौलत ही अभी तक फरीदाबाद में 835 लोग स्वास्थ होकर अपने घर लौट सके है।

कैसे फरीदाबाद के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे को दिया नया जन्म

फरीदाबाद में कोरोना संक्रमित की सूची में कई गर्भवती महिलाएं भी है जिनका फरीदाबाद के ईएसआई अस्पताल में इलाज चल रहा है और कुछ गर्भवती महिलाएं पूरी तरीके से ठीक होकर अपने घर वापस लौट चुकी है । ठीक होने वाली उन्हीं कुछ महिलाओं में से एक महिला है सेक्टर 11 की रहने वाली शिल्पी शर्मा जो अब अपने बच्चे के साथ पूरी तरह से स्वास्थ है।

शिल्पी को गर्भावस्था कि हालात में 8 जून को कोरोना संक्रमित होने के चलते ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शिल्पी 9 महीने की गर्भवती थी और नाजुक स्थिति में थी। शिल्पी का ऑक्सीजन लेवल 70 प्रतिशत से भी कम हो चुका था जिस कारण शिल्पी को सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।

कैसे फरीदाबाद के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे को दिया नया जन्म

जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा शिल्पी का ऑपरेशन किया गया और उसे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए शिल्पी को सांस लेने के लिए नली लगाई गई। जिसके बाद शिल्पी को सांस लेने में मदद मिल सकी। उसके बाद शिल्पी ने अपने बच्चे को जन्म दिया जो अब पूरी तरह से स्वास्थ है।

कैसे फरीदाबाद के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे को दिया नया जन्म

बच्चे को जन्म देने के बाद तक भी शिल्पी कोरोना संक्रमित थी जिसके बाद उसे आयुष एवं अन्य कारगर दवाइयां दी गई जिससे उसकी हालत में सुधार देखने को मिला। 20 जून 2020 को ईएसआई अस्पताल के आधिकारिक ट्विटर पेज पर शिल्पी द्वारा वीडियो रिकॉर्डिड एक संदेश जारी किया गया जिसमें शिल्पी ने अपने नाजुक स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने से लेकर अपने बच्चे के साथ स्वस्थ घर लौटने तक की पूरी कहानी बताई।

कैसे फरीदाबाद के डॉक्टर्स ने कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे को दिया नया जन्म

शिल्पी को अस्पताल से कोरोना मुक्त घोषित कर उसके और उसके बच्चे के स्वस्थ रहने की कामना करते हुए डिस्चार्ज कर दिया गया है शिल्पी द्वारा अस्पताल के सभी डॉक्टरों को जिन्होंने इतनी नाजुक स्थिति में शिल्पी का इलाज किया और उसके एवं उसके बच्चे को एक नया जन्म दिया उनका आभार व्यक्त किया और फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की भी तारीफ करते हुए सबका धन्यवाद किया।