श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार को तृतीय स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल शामिल हुए।
कार्यक्रम में माननीय कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री हरियाणा सरकार श्री मूलचंद शर्मा, विधायक पृथला श्री नयनपाल रावत, विधायक पलवल श्री दीपक मंगला, विधायक हथीन श्री प्रवीन डागर, विधायक होडल श्री जगदीश नायर, विधायक एनआईटी बल्लभगढ़ श्री नरेंदर गुप्ता आदि शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्विद्यालय के तीसरे स्थापना दिवस की सभी को हार्दिक सुबहकामनाए दी| उन्होंने कहा जिस विज़न के साथ इस विश्विद्यालय की स्थापना की गयी थी उसमे यह विश्विद्यालय पूरी तरह से फिट बैठ रहा है|
हम परदेश के युवाओं को कौशल में निपुण बनाने में सफल हुए हैं| उन्होंने कहा की विद्यार्थी कौशल प्राप्त करके स्किल यूनिवर्सिटी से निकल रहें हैं। युवाओं के साथ स्किलिंग या कोई हुनर जुड़ जाता है तो उसकी डिमांड हर क्षेत्र में बड़ जाती है।
हुनर की बहुत बड़ी आवश्यकता है। पढ़ाई और हुनर मैं हमें अंतर समझने की आवश्यकता है। हुनर के बाद हम आगे बढ़ने के रास्ते पर जा सकते हैं। कौशल ही देश को, समाज को, राष्ट्र को आगे बढ़ा सकता है। अंत्योदय भावना हम में होनी चाहिए। अंतिम व्यक्ति को कैसे समर्थ किया जा सकता है इसके लिए हमें काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा की विश्विद्यालय से वर्ष 2030 तक हर वर्ष 12000 स्किल युवा निकलेंगे| वर्तमान में हर वर्ष 4000 स्किल युवाओं को यूनिवर्सिटी में कौशल प्रदान किया जा रहा है| उन्होंने कहा की हर एक इंडस्ट्री स्किल से सम्बंधित कोर्स शुरू करे एवं इस यूनिवर्सिटी से एफिलिएट करे, ताकि विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले। मुख्यमंत्री ने कहा की अभी नौकरी मेरिट के आधार पर मिल रही हैं|
श्री मनोहर लाल ने विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यों की प्रगति को लेकर समीक्षा की। एसवीएसयु में निर्मित मंदिर में मूर्ति स्थापना की, उद्योग अधिकारियों के साथ बैठक एवं संवाद कार्यक्रम हुआ एवं उद्योग के अधिकारियों को प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोज़गार के अवसर प्रदान करने की बात कही|
कोविड केयर सेंटर में सहयोग प्रदान करने वाले उद्योग योगदानकर्ताओं का सम्मान किया, दूसरे विश्वकर्मा कौशल उत्कृष्टता पुरस्कार 2021 के विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण किया| श्री मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं को समय की मांग के अनुरूप कौशल से जुड़ी शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी।
यह विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उद्योग समेकित ‘अर्न-व्हायल लर्न’ मॉडल के साथ काम कर रहा है, जो विद्यार्थियों को अध्ययन के साथ-साथ कमाई का अवसर उपलब्ध करवाता है ताकि वे अपना खर्च चला सकें।
यह विद्यार्थियों को वास्तविक रोजगार की दुनिया से रु-ब-रु करवाकर उन्हें अनुभव प्रदान करता है ताकि भविष्य में उन्हें बेहतर रोजगार मिल सके।
माननीय कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री हरियाणा सरकार श्री मूलचंद शर्मा ने कहा की विद्यार्थियों को चाहिए की वह कौशल के क्षेत्र में कुछ नए नवाचार का निर्माण करें एवं खुद को मजबूती प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि कौशल विश्वविद्यालय का निर्माण सरकार ने विद्यार्थियों में ज्यादा से ज्यादा कौशल प्रदान करने के लिए किया है| पृथला विधायक श्री नयनपाल रावत ने कहा की स्किल को लेकर सरकार की ओर से काफी सहयोग मिल रहा है, इससे क्षेत्र के युवा कौशल में निपुण होने के साथ साथ अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कार्यक्रम में उपस्थित माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल एवं उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। श्री राज नेहरू ने सभी अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों, विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य, विद्यार्थियों का भी हार्दिक स्वागत किया। श्री राज नेहरू ने कहा कि विश्वविद्यालय ने स्थापना के हितने कम समय में ढे़रों उपलब्धियों विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की हैं।
विश्वविद्यालय द्वारा उद्योगों के कर्मचारियों के लिए कस्टमाइज कार्यक्रम बनाने और अपने उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से कौशल उन्नयन कार्यक्रम संचालित करने की संभावना तलाशने के लिए मारुति इंडिया लिमिटेड, रिलायंस, हेल्थियंस, आनंद ग्रुप के साथ एमओयू किए जा रहे हैं।
डीन अकादमिक प्रो ज्योति राणा ने कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की एवं विश्वविद्यालय की हर प्रकार की गतिविधियों से सभी को अवगत करवाया|
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राठौर ने कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया एवं कहा की माननीय मुख्यमत्रीं के कौशल विकास के विज़न को यह विश्वविद्यालय आगे तक लेकर जाएगा| कार्यक्रम के दौरान डीन प्रो. ऋषिपाल, डीन प्रो. सुरेश कुमार, डीन प्रो. निर्मल सिंह, विभिन्न उद्योगों के अधिकारी, पलवल, फरीदाबाद प्रशासन आदि उपस्थित रहे।