पेटीएम के चक्कर में सैकड़ों लोग हुए बर्बाद, ये रहा कारण

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    देश में हर जगह ऑनलाइन पेमेंट का चलन बढ़ गया है। ऑनलाइन पेमेंट का चलन तेजी से चल रहा है। पेटीएम में बड़ी उम्मीद से पैसा लगाने वालों का आज मूड खराब है। देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस आज शेयर बाजार में लिस्ट हो गई। कंपनी के शेयर डिस्काउंट के साथ शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे।

    कई लोगों ने अपने लाखों रूपये गवा दिए हैं। बाद में इसे बीएसई पर 1955 रुपये यानी 9.07 फीसदी की छूट के साथ लिस्ट किया गया था। इसका इश्यू प्राइस 2150 रुपये था। यानी निवेशक को एक शेयर पर 195 रुपये प्रति शेयर का नुकसान हुआ था। कंपनी का शेयर 9.3 फीसदी की छूट के साथ एनएसई पर 1,950 रुपये पर लिस्ट हुआ था।

    पेटीएम के चक्कर में सैकड़ों लोग हुए बर्बाद, ये रहा कारण

    जब इस कारोबार की शुरुवात हुई तो यह 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 1,657 रुपये पर आ गया। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। पेटीएम के शेयर लेने से छूटे लोगों को कमजोर लिस्टिंग पर खूब मजा आ रहा है। यह इस साल लिस्ट होने वाली 49वीं कंपनी है। पेटीएम का आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था। 18,300 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली।

    पेटीएम के चक्कर में सैकड़ों लोग हुए बर्बाद, ये रहा कारण

    इसे कुल 1.89 गुना बोलियां मिलीं। यह 8 नवंबर को खुला और 10 नवंबर को बंद हुआ। इसे QIB श्रेणी में 2.79 गुना और खुदरा निवेशक श्रेणी में 1.66 गुना बोलियां मिलीं। अच्छी प्रतिक्रिया न मिलने के कारण इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम लगातार गिर रहा था। हाल ही में सूचीबद्ध अधिकांश आईपीओ शेयरों में कंपनी का ग्रे मार्केट प्रीमियम सबसे कम था।

    पेटीएम के चक्कर में सैकड़ों लोग हुए बर्बाद, ये रहा कारण

    पेटीएम के शेयर को 5 से 10 फीसदी की छूट पर लिस्ट किया जा सकता है। लिस्टिंग से पहले, पेटीएम का शेयर ग्रे मार्केट में 2,150 रुपये के इश्यू प्राइस पर 30 रुपये या 1.4 फीसदी के प्रीमियम पर कारोबार कर रहा था।