शादी से केवल लड़का–लड़की नहीं बल्कि दो परिवार भी जुड़ते हैं। अपने हमेशा सुना या देखा भी होगा कि जब भी किसी का विवाह होता है तो उसमें लड़ाई झगड़े होते ही हैं। ऐसे बहुत कम विवाह होते हैं जो बिना किसी तकरार के शांति से संपन्न हो जाए। शादी की तैयारियां चाहे कितनी ही अच्छी क्यों न हों लेकिन दूल्हे के परिजन उसमें भी संतुष्ट नहीं होते। जड़ तो तब हो गई जब शादी के दिन सज–धज कर बारात लेकर पिंजौर से अंबाला कैंट पहुंचे डेंटल सर्जन को बिना दुल्हन के ही घर लौटना पड़ा।
बता दें कि मिलनी की रसम को लेकर शादी में विवाद हो गया था, जिसके चलते दूल्हे को बिना दुल्हन के लौटना पड़ा। कंबल की वजह से बात बिगड़ गई। लड़की वालों ने दूल्हे के रिश्तेदारों की मिलनी के लिए जो कंबल रखे थे वह उन्हें पसंद नहीं आए।
मिलनी में दूल्हे के चाचा के जो कंबल दिया गया था वह छोटा था जिसकी वजह से यह विवाद खड़ा हो गया। विवाद इतना ज्यादा हो गया कि जिसके बाद रात में ही दूल्हा और दुल्हन फेरो की बजाय थाने पहुंच गए।
दुल्हन पक्ष की ओर से की गई शिकायत
लड़के वाले लड़की वालों की शादी की तैयारियां पर हुए खर्च की एवज में साढ़े चार लाख रूपये चुकाने के लिए राजी हो गए। वही कैंट थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि दुल्हन पक्ष की ओर से शिकायत की गई थी।
बिना दुल्हन के लौटा दूल्हा
इसके बाद बुधवार को दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया। आपसी बातचीत के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया और दूल्हा बिना दुल्हन के ही घर लौटा।
इसलिए इस पर मुकदमा दर्ज करने की कोई कार्यवाही नहीं की गई। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर मिलनी पर बवाल कर दिया तो ससुराल में बेटी के साथ न जाने क्या-क्या करेंगे?