पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा द्वारा पशुओं की देखरेख एवं उन्हें पालने के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड यानी कि पीकेसीसी दिया जाएगा विभाग की ओर से कहां गया है कि किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा पशु पालन करने वाले किसानों को कार्यशील पूंजी प्रदान की जाएगी ।
साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह स्कीम किसानों के लिए एक वरदान सिद्ध होगी। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि पशुपालकों को एक गाय के लिए ₹40783 रुपए और भैंस के लिए ₹60249 रुपए, भेड़ बकरी के लिए ₹4063 रुपए, सूअर के लिए ₹16249, की आर्थिक सहायता दी जाएगी ।
उन्होंने साथ ही साथ यह भी बताया कि यह सहायता राशि फैंस के लिए 6 महीने तक तथा भेड़ बकरी सूअर के लिए 12 महीनों में बराबर किस्तों में प्रदान की जाएगी। इस योजना में मछली पालन और कुक्कुट पालन के लिए भी ऋण का भी प्रावधान है।
यह योजना पशुपालकों के लिए एक वरदान साबित हो रही है इस योजना में सभी किसानों के लिए बराबर की सहायता राशि दी जाएगी। ब्याज दर की बात करें तो 7% सालाना किसानों को देना होगा यदि किसान अपने ऋण का भुगतान समय रहते कर देता है और 1 वर्ष की समय अवधि में एक बार ऋण मात्र शून्य कर देता है ।
तो ब्याज राशि 3% तक घटा दी जाएगी। ऋण राशि ₹3लाख से अधिक होने या समय पर भुगतान न करने की स्थिति में ब्याज का भुगतान 12% सालाना तक की दर से करना होगा। बताओ उन्होंने साथ ही साथ यह भी बताया कि पशु किसान क्रेडिट कार्ड से बाजार में प्रचलित अन्य किसी सादर डेबिट कार्ड की तरह किसी भी एटीएम मशीन से राशि निकालने या बाजार से कोई भी खरीदारी करने के लिए प्रमाणित लिमिट के अनुसार प्रयोग किया जा सकता है।
जो भी किसान जिस भी पशुओं के लिए किसान क्रेडिट कार्ड लेना चाहता है तो उसे उन पशुओं के कान में 12 अंकों वाला टैग लगवा कर पंजीकरण करना होगा उसके बाद किसान क्रेडिट कार्ड आवेदक के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ बैंक में जमा करवाना होगा।
उन्होंने बताया कि सभी पशुपालक को उनके वित्तीय पैमाने के अनुसार ऋण दिया जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि किसी पशु पालक के सामने पहले से कोई डेरी का लोन या खेत के लिए किसान क्रेडिट कार्ड लिया हुआ है तब भी वह इस योजना का लाभ उठा सकता है किसान क्रेडिट कार्ड को सभी किसानों तक पहुंचाने के लिए सभी बैंकों को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं