सोनी पर प्रसारित होने वाला धारावाहिक कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) का 13 वां सीजन शुरू होने के बाद से ठग भी सक्रिय हो गए हैं। उनके गिरोह विदेश से भारतीयों को कॉल कर 25 लाख रुपये का इनाम निकलने का झांसा देते हैं। इसके लिए बाकायदा लॉटरी नंबर की रसीद बनाकर व्हाट्सएप पर भेजी जा रही है।
इसके साथ ही उन्हें पड़ोसी देश का नंबर देकर व्हाट्सएप कॉल करने के लिए कहा जाता है। कॉल करने पर ठग इनाम की राशि के लिए पैसों की मांग करते हैं।
केबीसी के हालिया एपिसोड में अमिताभ बच्चन भी दर्शकों को आगाह करते हैं कि सोनी टीवी की ओर से केबीसी के लिए पैसे नहीं मांगे जाते हैं और कोई पैसे की डिमांड करता है तो उससे सावधान रहें। इतने बड़े प्लेटफार्म पर लोगों को चेतावनी भी दी गई इसके बावजूद लोगों से ठगी हो रही है। लोग ठगों के झांसे में आ रहे हैं।
स्पूफिंग का करते हैं इस्तेमाल
जिस मोबाइल नंबर का ठगी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, वह 00923077514531 और 923057111448 है। यह पाकिस्तान का नंबर है। असल में यह ठग स्पूफिंग और वॉइस ओवर इंटरनेट टेलीफोनी का इस्तेमाल करते हैं, ताकि इनकी असली पहचान छुपी रहे और इन्हें आसानी से ट्रेस न किया जा सके। खास बात यह है कि कॉल करने वाले की बातचीत करने का लहजा पूरी तरह से पड़ोसी देश के निवासी जैसा लगता है।
25 लाख का देते हैं लालच
लोगों के मोबाइल पर कॉल आती है और सामने वाला खुद को कौन बनेगा करोड़पति का कर्मचारी बताता है। वह कहता है कि मैं केबीसी से बोल रहा हूं। अमिताभ बच्चन और कंपनी ने 5 हजार में से 25 मोबाइल नंबर सिलेक्ट किए थे जिसमें आपका मोबाइल नंबर भी है। इसमें आप 25 लाख रुपये का इनाम जीत गए हैं। इनाम की राशि आप बैंक में ले सकते है, लेकिन पैसे पाने के लिए टैक्स अदा करना होगा। लोग इनाम के लालच में इनके झांसे में आ जाते हैं और अपना पैसा गंवा बैठते हैं।
ऐसे दिलाते हैं लोगो को भरोसा
इनामी राशि पाने के लिए लोगों को पहले 8000 रुपये टैक्स और प्रोसेसिंग फीस के रूप में जमा करना होता है। भोले-भाले लोग लालच में फंसकर यह पैसा जमा कर देते हैं इसके बाद सिक्यॉरिटी क्लियरेंस के नाम पर 25 हजार रुपये की डिमांड की जाती है। लोगों को भरोसा दिलाने के लिए केबीसी की क्लिप को ठग एडिट कर भेजते हैं। इसमें अमिताभ बच्चन पीछे नजर आ रहे हैं। स्क्रीन पर उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर नजर आता है, जिसे क्लिपिंग भेजी गई है।
श्रीलंका और दुबई से जुड़े हैं इसके तार
जानकारी के अनुसार दुबई और श्रीलंका के डीलर ही आम जनता से लोकप्रिय धारावाहिक कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर लॉटरी जीतने का लालच देकर धोखाधड़ी करते हैं। इसके बाद धनराशि जमा करने के लिए साइबर अपराधी अपने व देशभर में फैले अपने अन्य साइबर अपराधियों के बैंक अकाउंट डीलरों को उपलब्ध कराते हैं।
खातों में धोखाधड़ी की धनराशि आने पर उस धनराशि में से 3 से 5 प्रतिशत तक का कमीशन काटकर शेष धनराशि श्रीलंका व दुबई के प्रतिष्ठित कंपनी के डीलरों की आईडी पर रिचार्ज के माध्यम से भेज देते हैं। इस तरह ये लोग लगभग 5-6 वर्षों से कार्य कर रहे हैं।
ऐसे हुए फ्रॉड का शिकार
ओल्ड फरीदाबाद निवासी अरुण हुड्डा ने बताया कि 6 नवंबर को उनके पास एक वॉट्सऐप पर कॉल आई। कॉल करने वाले युवक ने उन्हें बताया कि वो केबीसी से बात कर रहा है। युवक ने बताया कि उनकी 25 लाख की लॉटरी लगी है। इसके बाद आरोपित ने उन्हें झांसे में लेकर 10 हजार रुपये जमा करा लिए।
इसी दौरान पीड़ित ने ये बात अपने एक मित्र से साझा कि तो उसने उन्हें बताया कि ये सब फ्रॉड है। तब तक पीड़ित ठगों का शिकार हो चुका था। इसके बाद आरोपियों ने युवक का नंबर ब्लॉक कर दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाने में दी है।
एनआईटी-3 निवासी विजय अरोड़ा ने बताया कि 28 अक्टूबर को उन्हें वॉट्सऐप पर केबीसी के नाम पर 25 लाख का इनाम जीतने का मेसेज मिला। इसके बाद वो जब तक कुछ समझ पाते उन्हें एक वॉट्सऐप कॉल आई जिसके बैकग्राउंड में केबीसी की थीम टोन बज रही थी।
साथ ही उसका मोबाइल नंबर भी स्क्रीन पर नजर आ रहा था। ठगों ने टैक्स और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर उनसे 25 हजार रुपये ऐंठ लिए। जब आरोपित ने नंबर ब्लॉक कर दिया तो ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दी है।
प्रलोभन से बचें
साइबर थाना इंस्पेक्टर बसंत कुमार ने कहा कि उन्हें केबीसी के नाम पर ठगी की कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं। लोगों से अपील है कि किसी भी कॉल पर प्रलोभन में न आएं। ऐसे ठगों पर नकेल कसने के लिए साइबर थाने की टीम लगातार काम कर रही है।