प्रदूषण कुछ इस कदर फैलता जा रहा है कि लोग जो हैं बड़े परेशान हैं लेकिन फिर भी वह कुछ कर नहीं पा रहे इसे नगर निगम की लापरवाही कहें या लोगों की मनमर्जी प्रशासन के सख्त हिदायत ओं के बावजूद औद्योगिक नगरी में कई जगहों पर कूड़ा जलाया जा रहा है इससे शहर की आबोहवा बिगड़ रही है तेज हवा चलने के बावजूद प्रदूषण स्तर में सुधार नहीं आ रहा है लिहाजा फरीदाबाद बीते कुछ दिनों से देश में पांच सबसे प्रदूषित शहरों में बना हुआ है।
इससे लोगो की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।उनकी आंखों में जलन सास संबंधित बीमारी होने की संभावना बढ़ रही है लोगों का कहना है कि कूड़े की आग में प्रशासन के आदेश जल रहे हैं।
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार शहर में कूड़ा जलाने वाले के खिलाफ 11 नवंबर से अभियान शुरू किया गया सभी 40 वार्ड में कूड़ा जलाने वालों पर नजर रखने के लिए तीन तीन सदस्य वाली एक एक टीम गठित की गई।
सभी को निर्देशित किया गया कि जहां कूड़ा जलाते हुए लोग मिले उसका चालान करें साथ ही फोटो खींचकर पुलिस को दें जिससे उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सके लेकिन निगम का यह अभियान फेल हो रहा है लोग शहर में खुलेआम कूड़ा जला रहे हैं और शहर को प्रदूषित कर रहे हैं।
निगम अधिकारियों के अनुसार कूड़ा जलाने वालों पर नजर रख रही टीम द्वारा रोजाना चालान काटे जा रहे हैं बताया जा रहा है कि बीते 11 नवंबर से अब तक कूड़ा जलाने वाले 10 से अधिक लोगों का चालान काटा जा चुका है सोमवार को भी नगर निगम कर्मियों ने कूड़ा जलाने वालों के चालान काट कर करीब ₹30000 वसूले।
फिर भी शहर में कूड़ा जलाने वालों की मनमर्जी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है सोमवार सुबह पटेल चौक के पास सड़क किनारे जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर में आग लगा दी गई खास बात है कि जहां आग लगी थी वहां से चंद कदम दूर बड़खल विधानसभा क्षेत्र की विधायक का घर है इसके अलावा सोमवार शाम को सेक्टर 18 में लोगों ने कूड़े के ढेर में आग लगा दी इससे शहर में प्रदूषण स्तर में इजाफा होना लाजमी है।
नीतीश परवल जो की स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम है उनका कहना है की कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ सख्ती के अभियान चलाए जा रहे हैं जो लोग चोरी छुपे कूड़े में आग लगा रहे हैं हम लोग उसे भी प्रेस कर लेंगे कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ जुर्माने के साथ पुलिस में मामला दर्ज कराए जाएंगे।