लगातार प्रदूषण फैलता जा रहा है लेकिन ऐसे में प्रशासन को सुध तक नहीं है। कहीं ना कहीं सरकार इसमें लोगों को जिम्मेदार ठहरा रही है। लेकिन केवल लोग ही नहीं बल्कि सरकार जिम्मेदार है। सरकार लगातार प्रदूषण फैलाने वालों पर चालान तो काट रही है लेकिन शायद वह भूल गई है कि निर्माण कार्य भी चालू है। जिसकी वजह से लगातार प्रदूषण फैल रहा है। प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार और कोर्ट की तरफ से सख्ती बरतने क्या आदेश दिए गए हैं। लेकिन जिले में इसका असर दिखाई नहीं दे रहा है।
सभी तरह के कंस्ट्रक्शन वर्क बंद रखने के सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए थे इसके बावजूद भी शुक्रवार को सभी निर्माण कार्य जारी थी सड़कों पर धूल को नियंत्रित करने के लिए ना तो पानी का छिड़काव हो रहा है और ना ही कूड़े में आग लगाने की घटनाओं पर अंकुश लग पा रहा है।
फरीदाबाद देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल है यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 3 से 4 गुना अधिक बना रहता है इन दिनों फरीदाबाद बल्लभगढ़ क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडेक्स सामान्य से 6 से 8 गुना तक अधिक बना हुआ है।
हवा जहरीली हो रही है और लोगों को सांस संबंधित दिक्कतें हो रही हैं प्रदूषण नियंत्रण के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में सुप्रीम कोर्ट ने कई तरह के निर्देश जारी किए हैं लेकिन उनको गंभीरता से पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है।
शहर के प्रदूषण बढ़ाने में वाहनों से निकलने वाला दुआ भी बड़ी वजह बना हुआ है। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग इन दिल्ली एनसीआर की कमेटी ने भी साफ तौर पर कहा है कि वाहनों के पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की जांच की जाए और जो भी वाहन ज्यादा धुआं छोड़ रहा हो।
उसका चालान किया जाए लेकिन शहर में ऐसा नहीं हो रहा है शुक्रवार को ही मथुरा रोड से गुजरते समय एक वाहन पूरे रास्ते धुआं छोड़ते दिखाई दिया लेकिन कहीं भी इसे रोका नहीं गया । ना ही उसका कोई चालान काटा गया
ऐसे में कैसे पाएंगे प्रदूषण पर काबू प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है प्रदूषण पर काबू नहीं पाया जा रहा है तो वही निर्माण कार्य भी रोके नहीं जा रहे हैं साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए थे कि सभी निर्माण कार्य रोक दिया जाए लेकिन वह भी बेअसर दिखाई दे रहे हैं।