Home31 साल की उम्र में बेटे को जन्म देकर स्मिता पाटिल ने...

31 साल की उम्र में बेटे को जन्म देकर स्मिता पाटिल ने छोड़ दी थी दुनिया, बेटे ने लिखा इमोशनल पत्र

Published on

बेहतरीन अदाकारा और लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली स्मिता पाटिल एक बड़े घराने से ताल्लुक रखती थी। आज भी उनके कई फैंस हैं। वर्ष 1955 को पुणे में जन्मी स्मिता 13 दिसंबर 1986 को महज 31 साल की उम्र में चाइल्डबर्थ कॉम्प्लिकेशंस के चलते दुनिया छोड़ गई थीं। उनका निधन मुंबई में हुआ था। लेकिन स्मिता की मौत से कुछ घंटों पहले की कहानी पर नजर डालें तो महसूस होता कि पहले ही उन्हें अहसास हो गया था कि उनके साथ कुछ न कुछ होने वाला है।

स्मिता पाटिल ने फिल्म चरणदास चोर से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। बेटे को जन्म देने के कुछ दिन बाद ही स्मिता पाटिल का निधन हो गया था। 12 दिसंबर 1986 का वो दिन, बाकी दिनों की तरह ही था। सुबह 6 बजे जैसे ही बेटे के रोने की आवाज आई तो स्मिता बेड से उठीं और बड़े आराम से बेटे को चुप कराने की कोशिश करने लगीं। वे नहीं चाहती थीं कि बेटे के रोने की आवाज से हसबैंड राज बब्बर की नींद खुल जाए, जो देर रात तक काम करने के बाद घर लौटे थे।

31 साल की उम्र में बेटे को जन्म देकर स्मिता पाटिल ने छोड़ दी थी दुनिया, बेटे ने लिखा इमोशनल पत्र

अपनी शानदार एक्टिंग के चलते उन्होंने हिंदी फिल्मो के साथ साथ अन्य भाषाओ की फिल्मो में भी अभिनय किया है। स्मिता के पिता महाराष्ट्र के मंत्री थे। स्मिता को ब्रेन इंफेक्शन हुआ था जिस वजह से उनके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। प्रतीक अपना सिर मां की बॉडी से दूर कर रहे थे। तब स्मिता को महसूस हुआ कि उनकी बॉडी का तापमान बेटे को परेशान कर रहा है। बीमार होने के कारण दो दिन से स्मिता ने बेटे को छुआ तक नहीं था।

31 साल की उम्र में बेटे को जन्म देकर स्मिता पाटिल ने छोड़ दी थी दुनिया, बेटे ने लिखा इमोशनल पत्र

उनके बेटे प्रतीक बब्बर ने बेहद ही इमोशनल पोस्ट लिखा है। ऐसा कहा जाता है कि उस रोज वे बेटे को प्यार किए बगैर नहीं रह सकीं। बता दें कि स्मिता की मौत से 15 दिन पहले ही यानी 28 नवंबर 1986 को प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ था। बड़े घर में पैदा होने के बावजूद स्मिता एक साधारण लड़की की तरह रहती थी। मां की मौत के बाद से प्रतीक बब्बर की परवरिश उनकी नानी ने की थी।

Latest articles

पंजाबी समाज को मिले राजनीति में उसका वाजिब हक़ : भारत अशोक अरोड़ा

पंजाबी समाज के राजनीति में योगदान और उचित महत्व ना दिये जाने से नाराज़...

“नशा मुक्त भारत पखवाडा” के अन्तर्गत फरीदाबाद पुलिस कर रही सराहनीय कार्य, नशा तस्करों की धरपकड़ के साथ-साथ चलाए जा रहे जागरूकता अभियान

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेश, पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में फरीदाबाद...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अन्तर्गत अपराध शाखा बॉर्डर की टीम ने 532 ग्राम गांजा सहित आरोपी को किया गिरफ्तार

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अंतर्गत नशे पर प्रहार करते हुए 520 ग्राम गांजा सहित आरोपी को अपराध शाखा DLF की टीम ने किया...

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्ग दर्शन में...

More like this

पंजाबी समाज को मिले राजनीति में उसका वाजिब हक़ : भारत अशोक अरोड़ा

पंजाबी समाज के राजनीति में योगदान और उचित महत्व ना दिये जाने से नाराज़...

“नशा मुक्त भारत पखवाडा” के अन्तर्गत फरीदाबाद पुलिस कर रही सराहनीय कार्य, नशा तस्करों की धरपकड़ के साथ-साथ चलाए जा रहे जागरूकता अभियान

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेश, पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में फरीदाबाद...

नशा मुक्त भारत पखवाडा के अन्तर्गत अपराध शाखा बॉर्डर की टीम ने 532 ग्राम गांजा सहित आरोपी को किया गिरफ्तार

पुलिस महानिदेशक हरियाणा के निर्देशानुसार पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के मार्गदर्शन में...