पूजा-पाठ को लेकर तमाम तरह की परंपराएं हैं। हर कोई इनको मानता भी है। जब आप किसी मंदिर में गए होंगे तो आपने पाया होगा कि इंसान आम आदमी ही बनकर जाता है लेकिन हम आपको जो बताने जा रहे हैं उसे सुनकर यकीन नहीं होगा। सच्चाई जानकर दंग रह जाएंगे। जहां पुरुष को महिला का रूप धारण करके मंदिर में प्रवेश करते हैं। इतना ही नहीं उनको जाने से पहले, एक सुंदर स्त्री की तरह अपना 16 श्रृंगार करना पड़ता है।
सुनने में अटपटा सा है लेकिन यही इसकी सच्चाई है। पुरुषों को इस गेटअप के बाद ही उन्हें मंदिर में एंट्री दी जाती है। दरअसल, ये चमत्कारिक मंदिर केरल के कोल्लम जिले में है, जिसका नाम कोट्टनकुलगंरा श्रीदेवी मंदिर है। जिसके गर्भगृह के ऊपर छत या कलश नहीं है।
महिलाओं को तो कई बार सजते संवरते देखा होगा लेकिन इस मंदिर में जाने के लिए पुरुष सजते हैं। जहां 12 महीने ही मन्नत मांगने वालों की भीड़ लगती रहती है। लेकिन नवरात्रि को दिनों का नजारा कुछ अलग ही होता है। यहां हर साल 23 और 24 मार्च को चाम्याविलक्कू पर्व मनाया जाता है। जहां पर पुरूष को महिला की तरह तैयार होकर जाना पडता हैं।
हो सकता है आप भी इस मंदिर में किसी न किसी दिन गए हों। पुरुष यहां जीवन से जुड़ी दो सबसे महत्वपूर्ण चीजों की मन्नत लेकर पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में अलग से ऐसे कमरे बनाए गए हैं, जहां पर मेकअप का सामन से लेकर नई-नई साड़ियां तक मिलती हैं। इतना ही नहीं यहं पर कुछ महिलाएं भी मौजूद रहती हैं जो मर्दों को तैयार करने में मदद करती हैं। पुरुष को इस तरह सजाया जाता है कि कई बार तो उसको पहचानना भी मुश्किल हो जाता है।
इस बात को जयादा लोग नहीं जानते हैं। जो जानता है उसे पहली बार में काफी अटपटा लगता है और यकीन नहीं होता है कि आज के हाईटेक ज़माने में ऐसा हो रहा है।