HomeUncategorizedसंसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई...

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

Published on

जैसा कि हम सभी को पता ही है कि किसान पूरे 1 साल से ज्यादा से अपना आंदोलन चला रहे हैं। अब दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा कृषि कानून विरोधी धरना इसी सप्ताह खत्म हो सकता है। सरकार ने जिस तरह से तीनों कृषि कानून वापस लेने का संसद के दोनों सदनों में प्रस्ताव दिया है, उससे अब किसान भी घर वापसी की तैयारी कर रहे हैं।

सोमवार को आंदोलनकारियों द्वारा टीकरी बॉर्डर सहित कई अन्य जगहों से तंबू हटाए हैं। अब वे अपने घर वापस जाने के लिए किसान संयुक्त मोर्चे के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कुंडली बॉर्डर पर पंजाब की 32 जत्थे बंदियों की बैठक हुई।

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

बैठक में  जत्थे बंदियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि  वह उनकी एमएसपी सहित कई अन्य मांगों को तत्काल पूरा कर दे। बैठक में निर्णय लिया कि अब संयुक्त किसान मोर्चा की आपात बैठक 4 दिसंबर की बजाय अब 1 दिसंबर को ही करेंगे।

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

इस बीच तीन कृषि कानून वापसी के बाद पंजाब के किसान नेता खुश हैं। सभी के बीच में भले ही वो ना कहें, लेकिन टिकरी बॉर्डर पर पंजाब के नेता अब दबी जुबान में कह रहे हैं कि जब वह पंजाब से चल रहे थे तो एमएसपी की कोई मांग नहीं थी, दिल्ली की सीमाओं पर आने के बाद यह मांग जोड़ी गई है।

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

उस पर भी सरकार ने अब कमेटी बनाने का ऐलान किया है। इससे स्पष्ट है कि सरकार ने इस मसले को मना नहीं किया बल्कि बातचीत से सुलझाने  की  दिशा की ओर कदम उठाया है।

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

पंजाब  के किसान नेता प्रगट सिंह ने कहा कि अब वह जल्द घर वापस जाएंगे। सरकार ने जिस तरह से संसद सत्र के पहले ही दिन दोनों सदनों में कानून वापसी का प्रस्ताव पारित किया है। यह आजाद भारत के इतिहास में पहला मौका है। सरकार ने इस कदम का स्वागत करते हैं पंजाब के अन्य किसान नेता अमरीक सिंह ने कहा कि हम जो संकल्प लेकर आए थे वह पूरा हो गया है जल्द ही हम घर वापसी करेंगे।

संसद सत्र के तीनों कृषि कानून वापस लेते ही किसानों ने कई जगह से हटाए तंबू, घर जाने की तैयारी

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...