प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

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फरीदाबाद में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगो को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन फरीदाबाद में निर्माण कार्य अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहे है।साथ ही बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किए थे की सभी निर्माण कार्यों को रोका जाए।लेकिन उनकी बात न सुनते हुए अभी भी फरीदाबाद बाय पास रोड पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का कार्य चल रहा था।

प्रदूषण फैलाने में कही न कही फरीदाबाद के निर्माण कार्यों का भी हाथ है।बता दे हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सोमवार को (एनएचआई) राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण समेत एक बिल्डर पर कड़ी कार्यवाही करी।

प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

वही उन्होंने नियमों की अनदेखी करने पर एनएचएसआई पर 10 लाख और ओल्ड फरीदाबाद में चल रहे अपार्टमेंट पर 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। दोनो जगहों पर सभी चीज बन होने के बावजूद कार्य लगातार चल रहे थे।साथ ग्रेप भी रखी जा रही थी।
उसके साथ ही एक औद्योगिक इकाई में प्रतिबंधित फ्यूल रखने के मामले पर भी जवाब मांगा है।

प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

पिछले कई दिनों से फरीदाबाद में लगातार फरीदाबाद का प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। जिससे लोगो को सास लेने में परेशानी हो रही है। साथ ही लोगो को इससे बीमारी का भी डर लगा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर सभी जिलों के कार्य बंद केरवा दिए है। यह कार्य 3 दिसंबर तक बंद करवा दिए है। जिससे प्रदूषण से थोड़ी राहत मिल सके।

प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

साथ ही औद्योगिक इकाइयों से कहा गया है कि प्रदूषण फैलाने वाली फ्यूल से एक इकाई का संचालन ना करें। ताकि कोई परदुषण ना फैलाए उसके लिए 3 टीमें भी बनाई गई है।जिससे वे देख रेख कर सके की कही कोई प्रदूषण तो नही फैला रहा।

प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा था लेकिन सोमवार को प्रदूषण में काफी हद तक गिरावट दर्ज की गई है। वहीं अगर बात करें एक ही वाली लेवल की तो वह भी घट गया है उसको 276 दर्ज किया गया है जिससे लोगों को राहत मिली है।

प्रतिबंध के बावजूद चल रहे निर्माण कार्य पर लगी रोक, एनएचएआई पर हुआ 10 लाख का जुर्माना

निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगने के बाद से ही प्रदूषण में गिरावट देखी गई है लेकिन ऐसे में अगर निर्माण कार्य नही रोके जाते तो प्रदूषण का स्तर लगातार बड़ता जाता जिससे लोगो को हानि होती।