फरीदाबाद में लगातार गंदगी देखने को मिल रही है जिससे लोगो जगह जगह परेशान है। ऐसे में वो कूड़े को लेकर नगर निगम के पास भी जाते है लेकिन उन्हें उसका कोई फायदा नही होता। साथ ही नगर निगम मुहिम चला रही है। जिसमें वो लोगो को परिभाषा बता रहे है।
लोगो को इससे काफी फायदा भी होगा जिससे उन्हें पता चलेगा की यह कूड़ा कहा डालना है। कैसे डालना है।लोगो को यह बताया जा रहा है की वो अपने घर के कूड़े को अलग अलग कर के रखे जिससे सुखा और गीला कूड़ा अलग रहे।
इसमें कही न कही लोगो के साथ प्रशासन भी जिमेवार है क्युकी वे कूड़ा लेकर ऐसे ही कही भी डाल देते है जिससे बदबू और बीमारियो का सामना करना पड़ता है।फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के वादे तो किए जाते है लेकिन स्मार्ट नही बनाया जाता।
इस कूड़े को ट्रीटमेंट प्लांट में लेजाया जाता है।
वहा जाकर इसको जलाया जाता है जिससे प्रदूषण फैलता है।ऐसे में फरीदाबाद में लगातार प्रदूषण भी फैल रहा है लेकिन प्रशासन को अभी तक सुध नहीं है।बल्कि वो और भी ज्यादा गंदगी को इकठ्ठा कर जला देते है और प्रदूषण फैलाते है।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की मानो तो गीला सूखा कूड़ा अलग-अलग उठाने की मुहिम चालू है जब चीन इको ग्रीन कंपनी शहर में कूड़ा उठाने आई थी तब उसके एमओयू में ही लिख दिया गया था कि गीला और सूखा कूड़ा उठाया जाएगा।
साल 2017 से लेकर अब तक अब तक कूड़ा अलग-अलग उठाने की ओर तो मानो ध्यान जैसे दिया ही ना जा रहा है आज भी शहर में 40 वार्डों में मिक्स कूड़ा ही उठाया जाता है। अब नगर निगम कमिश्नर सभी वार्डों से मास्टर ट्रेनर को आदेश दिए हैं कि घर-घर जाकर लोगों को गीला और सूखा अलग-अलग देने के बारे में बताया जाए लेकिन लोगों को तो बता देते हैं खुद एक साथ कूड़ा लेते हैं।
अगर बात करें फरीदाबाद की तो यहां पर लोगों को बताया जा रहा है कि गीला कूड़ा हरे डस्टबिन में और सूखा कूड़ा नीले डस्टबिन में डालें लेकिन इसका कोई फायदा नहीं नजर आता नहीं दिख रहा क्योंकि यह मुहिम पिछले 1 महीने से चल रही है लेकिन आज भी इकोग्रीन की गाड़ी कूड़ा एक साथ लेकर जाता है।
इकोग्रीन कंपनी को बंद बॉडी में कूड़े से बिजली पैदा करने का प्लांट लगाना था जो पिछले 5 सालों में नहीं बन सका नतीजा यह है कि आज भी बंद बॉडी प्लांट पर 3000000 टन कूड़े का पहाड़ इकट्ठा हो चुका है