जैसा की आप सभी को पता ही है कि महामारी एक बार दोबारा से बढ़ती दिखाई दे रही है।और इसका एक नया वेरिएंट जो कि अफ्रीका से आया है, वह जोरों शोरों से अपना रंग दिखा रहा है। जिसे की ओमिक्रॉम वेरिएंट के नाम से जाना जाता है। इसके लिए प्रशासन ने कुछ सख्त कदम उठाए हैं , जिससे कि इसकी रोकथाम हो सके तो अब हम आपको बताएंगे क्या है वह कदम।
बैठक में अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि साउथ अफ्रीका में पाए गए नए वेरिएंट की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंस की आवश्यकता है जिस के लिए हरियाणा में एक मशीन लगाई गई है।
इस पर विज ने कहा कि यदि कोई महामारी का नया मरीज हरियाणा में पाया जाता है तो उसकी महामारी की जीनोम सीक्वेंस पता लगाया जाए ताकि अन्य लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकें।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि महामारी संक्रमण के संबंध में अभी राज्य में प्रतिदिन लगभग 12000 टेस्टिंग की जा रही है और अब इसे बढ़ाया जा रहा है और आने वाले दिनों में 40 हजार प्रति दिन टेस्टिंग करने का लक्ष्य रखा गया है ।
हरियाणा में विदेश से आने वाले यात्री हो जाएं सावधान, बिना टेस्टिंग नहीं ले पाएंगे एंट्री
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि ‘‘एट-रिस्क’’ वाले देशों जैसे कि यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिंबाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजरायल सहित यूरोप के देशों से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग एयरपोर्ट हो रही है।
जो लोग नेगेटिव पाए जा रहे हैं, उनकी 8वें दिन स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा टेस्टिंग की जा रही हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें। इस पर, विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विदेश से आने वाले यात्रियों से स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा रोजाना टेलीफोन पर बातचीत की जाए और उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की जाए ताकि यदि कोई लक्षण नजर आते हैं तो उसका उपचार शुरू किया जा सकें।