जैसा कि आपको पता ही है कि केंद्र सरकार देश भर के बहुत सारे राज्यों को हाईवे प्रोजेक्ट के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहा है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने कार्यालय के भीतर देश के तमाम राज्यों को नेशनल हाईवे के जरिए जोड़कर एक से दूसरी जगह जाने का सफर आसान और सुगम भी कर दिया है।
इससे दूरियों को भी आसान कर दिया है। यह अलग बात है कि इन राजमार्गों पर वाहन को फर्राटेदार चलाने के लिए लोगो को टोल टैक्स भी चुकाना होगा। मगर इसके बदले लोगों को बेहतरीन सफर मिलेगा। 24 घंटे की बजाय 12 घंटे में सफर पूरा होगा । टूटी फूटी एवम जर्जर सड़कें से छुटकारा भी मिल जाएगा। इसी कड़ी में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे का नाम भी लिया आता है।
जिसका कार्य तेज गति से चल रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के जरिए देश के कई राज्यों को सीधा जोड़ा जा रहा है। जिससे एक दूसरे के राज्य में जाने के लिए न केवल सुगमता हो जाएगी। बल्कि लंबी दूरी का रास्ता भी घट जाएगा।
आपको पता है कि केंद्र सरकार इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के माध्यम से दिल्ली से लेकर मुंबई के बीच आने वाले करीब 6 राज्यों को सीधा जोड़ रहा है। ताकि इन राज्यों के ना केवल कनेक्टिविटी बेहतर होगी बल्कि रोजगार के जरिए भी इन लोगों को लाभ पहुंचाया जा सकेगा।
इसी योजना के अंतर्गत अब दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से मध्य प्रदेश को भी जोड़ा जा रहा है। मध्य प्रदेश से नर्मदा एक्सप्रेस वे के 1265 किलोमीटर हाईवे को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया जाएगा। आपको बता दें कि नर्मदा एक्सप्रेस वे के निर्माण पर ₹31000 की लागत आने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
यह हाईवे मध्य प्रदेश के 11 जिलों से होकर गुजरेगा यानी कि सीधे तौर पर नर्मदा हाईवे पर सफर करने के बाद प्रदेश के लोगों के लिए दिल्ली से मुंबई आना जाना भी बेहद आरामदायक और आसान हो जाएगा। इसके साथ ही नर्मदा की कनेक्टिविटी सीधे तौर पर गुजरात और छत्तीसगढ़ से भी हो जाएगी।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे के साथ ही नर्मदा परियोजना भी देश के सबसे बड़े रोड प्रोडक्ट्स में से एक गिना जाता है। नर्मदा एक्सप्रेस वे को छत्तीसगढ़ से जोड़ दिया जाएगा और वहीं राज्य के अलीराजपुर रोड को गुजरात से अहमदाबाद से कनेक्ट किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरे होते हैं दिल्ली से मुंबई के रास्ते मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जाना ना केवल आसान हो जाएगा बल्कि बहुत लंबा रास्ता कुछ ही घंटों में पूरा हो जाएगा।