परेश रावल जिनका जन्म 30 मई 1950 में हुआ था। बता दें कि यह एक हिंदी फिल्म के अभिनेता है जो विलेन के साथ-साथ कॉमेडियन का भी रोल निभाते है। यह 1994 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सहायक किरदार के लिए से सम्मानित हुए। इसके बाद इन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है। यह केतन मेहता की फ़िल्म सरदार में स्वतंत्रता सेनानी वलभभाई पटेल की मुख्य किरदार में नजर आए थे।
फिल्म अभिनेता परेश रावल हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने अभिनेता हैं। वे अपनी मेहनत से आज उस मुकाम पर पहुंच गए हैं जिस पर वह किसी के मोहताज नहीं है।
उनके पास आज सब कुछ है। दौलत, शोहरत, नाम सब कुछ उन्होंने हासिल कर लिया है। इन्होंने अपनी एक्टिंग से लाखो लोगों के दिल में तो जगह बना ही ली है साथ ही एक शानदार एक्टर भी बन चुके हैं।
कॉमेडी के सबसे बड़े अभिनेता के रूप में पहचान बनाने वाले परेश रावल ने मुंबई स्थित वर्ली पार्ले में नर्सरी मुझे कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी। दरअसल एक सक्सेसफुल सिविल इंजीनियर बनने के लिए परेश रावल रोजाना अपने घर से तो निकल जाते थे। लेकिन वह किसी भी नौकरी को प्राप्त नहीं कर पाते थे। काफी कोशिश के बाद भी वे नकाम होते दिखाई दे रहे थे।
जब उन्हें इंजीनियरिंग नाकामी हाथ लगने के बाद उन्होंने राजनीति का प्रभुत्व अजमाया और साल 2014 के आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ जीत प्राप्त की थी।
2014 में परेश रावल के नाम पर 70 करोड़ की दौलत और पत्नी स्वरूप के नाम पर ₹8करोड़ की दौलत बताई गई थी हालांकि चुनाव में दिए अपने एफिडेविट के मुताबिक परेश रावल ने 2014 में अपनी संपत्ति 80 करोड़ दर्ज करवाई थी। और भी संपत्ति उनके बेटों के नाम पर भी है
गौरतलब है कि परेश रावल ने हिंदी फिल्मों के अलावा गुजराती, अंग्रेजी और तेलुगू भाषाओं की फिल्मों में भी एक्टिंग की हुई हैं। परेश रावल ने अपने जीवन में कई बड़े सम्मान प्राप्त किए हुए है जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार, फिल्म फेयर अवॉर्ड्स और पद्मश्री अवार्ड भी है। दरअसल परेश रावल को टैलेंट का कंपलीट पैकेज कह कर बुलाया जाता है।
जिसमें कोई भी संदेह नहीं है। और अपने जीवन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एक निखरे हुए अभिनेता की तरह खुद की एक्टिंग की दुनिया में जगह बना ली। परेश रावल गुजरात के अहमदाबाद शहर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे है।