भ्रष्टाचार के आरोप में इस पूर्व अधिकारी की हुई जांच तो घबराकर बोले- “सिर्फ मेरी क्यों, सबकी हो जांच”

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हरियाणा में भ्रष्टाचार पूरी तरह से अपने पैर फैला चुका है। हर छोटा बड़ा अधिकारी भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूब चुका है। लेकिन शराफत का ये मुखौटा ज्यादा दिन टिक नहीं पाता। फरीदाबाद नगर निगम भी भ्रष्टाचार की चपेट में है। निगम में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच अब राज्य चौकसी ब्यूरो करेगा। ताकि इन घोटालों की जांच निष्पक्ष तरीके से हो। रोहिल्ला नगर निगम में जोनल टैक्सेशन अधिकारी के तौर पर कार्यरत थे। हरियाणा के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो को जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो से करवाने की अनुमति दे दी है।

विज ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनके पास फरीदाबाद एनआईटी की जवाहर कॉलोनी में रहने वाले राजेन्द्र सिंह ने फरीदाबाद नगर निगम के जेडटीओ रतन लाल रोहिल्ला, असिस्टेंट महेन्द्र कुमार व संजय कुमार और क्लर्क नरेश कुमार को लेकर शिकायत भेजी।

भ्रष्टाचार के आरोप में इस पूर्व अधिकारी की हुई जांच तो घबराकर बोले- “सिर्फ मेरी क्यों, सबकी हो जांच”

इस शिकायत के अनुसार इन सरकारी कर्मचारियों ने अपने कार्यकाल के दौरान भारी भरकम भ्रष्टाचार करके संपत्ति अर्जित की। इसकी वजह से फरीदाबाद नगर निगम को राजस्व में हानि हुई।

गृहमंत्री ने बताया कि इन सरकारी कर्मचारियों की ओर से अनधिकृत तरीके से कमाई गई संपत्ति और सरकार को हुए नुकसान की जांच के लिए विजिलेंस ब्यूरो को आदेश दिए जा चुके हैं। वह इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करके रहेंगे।

जांच से संतुष्ट नहीं हुए विज

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फरीदाबाद नगर निगम के कमिश्नर ने इसी मामले में निगम के तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर इंद्रजीत कुल्हेरिया से भी जांच करवाई थी। उस जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि इन सरकारी कर्मचारियों पर लगाए गए आरोप आधारहीन और मनगढ़ंत हैं।

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इनके कार्यकाल के दौरान किसी तरह की अनियमितताएं नहीं बरती गई। लेकिन अनिल विज इस जांच से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो से करवाने की फाइल सीएम को भेज दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी अनुमति दे दी है।

इस संबंध में नगर निगम के पूर्व ईओ/जेडटीओ रतन लाल रोहिल्ला ने ट्वीट कर कहा कि इस बेनामी और तथ्यहीन शिकायत पर कई बार जांच हो चुकी है। एक बार फिर हरियाणा के गृहमंत्री की सिफारिश पर सीएम खट्टर ने मेरे खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। मैं तहे दिल से इसका स्वागत करता हूं। भ्रष्टाचारी की जांच के साथ–साथ उसकी संपत्ति भी जब्त होनी चाहिए। मंत्री जी इसके लिए धन्यवाद के पात्र हैं।

भ्रष्टाचार के आरोप में इस पूर्व अधिकारी की हुई जांच तो घबराकर बोले- “सिर्फ मेरी क्यों, सबकी हो जांच”

लेकिन मेरा मंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की सेवा में यह निवेदन है कि कृपया आपके कार्यालय में फरीदाबाद नगर निगम के भ्रष्टाचार से संबंधित नामी, बेनामी शिकायतों और सिंगल फाइल सिस्टम के माध्यम से महाभ्रष्टाचार की जो शिकायतें प्राप्त हुई हैं उनकी भी सूची बना कर विजिलेंस जांच की सिफारिश करने का कष्ट करें। यह Pick and Choose क्यों हो रहा है।

भ्रष्टाचार के आरोप में इस पूर्व अधिकारी की हुई जांच तो घबराकर बोले- “सिर्फ मेरी क्यों, सबकी हो जांच”

उन्होंने इस ट्वीट में सीएम मनोहर लाल खट्टर, गृह मंत्री अनिल विज, CMO हरियाणा, MCF के निगमायुक्त यशपाल यादव, नगर निगम फरीदाबाद एवं अन्य को टैग किया है।