भारत में गरीबी का सबसे बड़ा कारण राजनेताओं को माना जाता है | प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री , सांसद , विधायक , पार्षद यह लोग ही भारत में राज करते आए हैं काम किसी ने नहीं किया विधायक हो या सांसद शहर में निर्माण करेंगे काम करेंगे यह सब कहकर पैसा तो खूब लूट लेते हैं परंतु शहर तो निर्माण नहीं होता उनके घर ज़रूर निर्माण हो जाते हैं शहर में काम तो नहीं होता | ऐसी ही घटना फरीदाबाद के एनआईटी दो में देखने को मिली | एनआईटी दो में सरकारी जमीन पर कब्जा कर पूर्व पार्षद ने कार्यालय खड़ा कर लिया, और नगर निगम चुप्पी साधे बैठा है |
सरकारी जमीन पर कब्ज़ा अक्सर लोगों को करता देखा था | लेकिन किसी जनता के प्रतिनिधि को सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर पहली बार सुना है | कल शाम हार्डवेयर चौक पर नगर निगम के तोड़फोड़ अधिकारी और कर्मचारी मिलकर वहां हो रहे एक अवैध निर्माण को गिरा रहे थे। हार्डवेयर में किसी भी प्रकार की जैसी कोई गतिविधि होती है। नगर निगम बड़ी तत्परता से उसमें कारवाई करने पहुंच जाता है। एनआईटी 2 के ई ब्लॉक में लोगों से बात कर पता चला कि एक खाली स्थान है उस जगह के साथ गली वालों ने लोहे का गेट लगा रखा है ।वह लोहे का गेट अब हटा दिया गया है। उस जगह पर कल वह गेट टूटा हुआ था और पूर्व पार्षद ने सरकारी जगह पर टीन शेड बनाकर बकायदा कार्यालय खड़ा किया हुआ था । आखिर नगर निगम क्यों चुप है ?
जनता भरोसे के साथ अपने प्रतिनिधि को चुनती है | लेकिन वही प्रतिनिधि जनता के साथ धोखा करते आए हैं | पार्षदों के खिलाफ तो एक कानून बना देना चाहिए सरकार को कि अगर धोखा-धड़ी की तो सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी, क्योंकि गत महीनों में पार्षदों द्वारा बहुत से ग़ैरक़ानूनी काम सामने आए हैं वह चाहे दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड ताहिर हुसैन हो या जम्मू में बैठा जाकिर हुसैन |
Written By – Om Sethi