पिछले कुछ महीनों से देश कुछ न कुछ परेशानी झेल ही रहा है। एक तरफ महामारी का संकट तो दूसरी तरफ प्रदूषण का। इसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई को काफी नुकसान हो रहा है। सरकार ने सभी स्कूलों को बंद पूरी तरह से बंद कर दिया है। डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सभी कक्षाओं को ऑनलाइन कर दिया था। लेकिन ज्यादातर बच्चों के पास मोबाइल, लैपटॉप या टैबलेट उपलब्ध नहीं था। इसको देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को मुफ्त में टैबलेट देने की घोषणा की थी।
अब सरकार टैबलेट के साथ 2 जीबी डेटा भी उपलब्ध करवाएगी। टैबलेट के साथ दो जीबी डेटा भी सरकार की तरफ से उपलब्ध करवाया जाएगा और कंटेंट अपलोड करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। साथ ही ‘पहल’ सॉफ्टवेयर भी सरकार की तरफ से ही अपलोड किया जाएगा।
इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रदेश सरकार ने 560 करोड़ रुपए की लागत से 5 लाख टैबलेट खरीदने का टेंडर जारी किया है।
शिक्षा निदेशालय की ओर से कहा गया है कि अगले शैक्षणिक सत्र से छात्रों को टैबलेट वितरित किए जाएंगे। सबसे पहले 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को टैबलेट वितरित किए जाएंगे। जिसके लिए पिछले दिनों हाई पावर पर्चेज कमेटी में टैब खरीदने के एजेंडे पर मोहर लगाई थी।
पायलट प्रोजेक्ट के लिए हरियाणा सरकार ने शुरुआत में 5 जिलों का चयन किया है। इनमें अंबाला, करनाल, जींद, गुरुग्राम और फरीदाबाद हैं। बता दें कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में वायु प्रदुषण के चलते स्कूल बंद हैं।
बाकी 3 जिलों में यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चल रहा हैं। जिसमें छात्रों को टैबलेट देकर उसमें इस्तेमाल के दौरान आने वाली कमियों को नोट किया जाएगा। जिसे दूर करने के बाद ही छात्रों को योजना के तहत टैबलेट वितरित किए जाएंगे।