आए दिन हमारे सामने बॉलीवुड जगत की खबरें आती रहती हैं। बॉलीवुड में कई ऐसी अजीब बाते होती रहती हैं जिन्हें लोग सोशल मीडिया के जरिये सुनते हैं। लेकिन बॉलीवुड में जो भी कुछ होता है सामाजिक तौर पर भी वह बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने वाले हैं जिसे मजबूरी में 17 वर्ष की आयु से ही कुछ ऐसा काम करना पड़ा जिसे समाज में घिनौना समझा जाता है। इनका पूरा जीवन संघर्षो भरा रहा है।
वास्तव में, हम जिसकी बात कर रहे हैं, उन्होंने फिल्म जगत में अपना बहुत ही अहम रोल अदा किया है। बता दें कि हम बात कर रहे है शगुफ्ता रफीक की। जो कि एक लेखिका है इनकी जिन्दगी की कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है। यह कहानी लोगों के लिए प्रेरणा दायक है।
शगुफ्ता ने बताया कि वह अपने जमाने की प्रसिद्ध अभिनेत्री और निर्देशक बृज सदाना की पत्नी कमल सदाना यानी सईदा खान की बेटी हूँ। इन्हे पैदा करके छोड़ दिया गया था, वह झोपड़-पट्टी में पली बड़ी हैं।
उन्होंने बताया कि जब वह 12 साल की थीं, तभी से उन्होंने पार्टियों में नाचना शुरू कर दिया था और वेश्या की तरह कई पार्टियों में नाचती रही। यह दुबई भी जा चुकी है लेकिन एक बार डांसर बनकर क्योंकि वहाँ बार डान्सर को 10 गुना अधिक पैसे मिलते थे। लेकिन वहां की सजा के बारे सुनकर वह डर गईं और भारत अपने घर वापस लौट आईं।
आपको बता दें कि शगुफ्ता रफीक ने खुद बताया था कि उनकी जिन्दगी दुखों से भरी रही है। उन्होंने कई ऐसी चीजों का सामना किया है जिसे देख लोग डर जाते हैं। ये पर्दे के पीछे काम करने वाली वह महिला हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।
सुपरहिट फिल्म आशिकी-2 की लेखिका शगुफ्ता रफीक ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब वह केवल साढ़े सत्रह साल की थीं तभी वह वेश्यावृति के इस दलदल में फंस गई थीं। किसी अजनबी के साथ अपनी वर्जीनिटी खोना बहुत ही दर्दनाक होता है। वह 17 से लेकर 27 वर्ष तक वेश्या ही रहीं।
अगर बात करें इनके फिल्मी करियर की तो, शगुफ्ता के अनुसार महेश भट्ट ने उन्हें लिखने का मौका दिया। आवारापन, राज 2, राज 3, जिस्म 2, मर्डर 2 और आशिकी 2 जैसी फिल्मों के लिए उन्होंने लिखा। महेश भट्ट को शगुफ्ता अपने जुड़वां भाई के तौर पर देखती हैं। उन दोनों की जन्मतिथि भी एक ही है।