कांग्रेस का बड़ा आरोप : आज के दिन कटघरे में अनिल नागर नहीं खड़ा, बल्कि मुख्यमंत्री खड़े

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बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के अलावा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने डेंटल सर्जन भर्ती घोटाले मामले के बारे में अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। इस दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि रणदीप द्वारा सरकार के कई घोटालों को अभी तक उजागर कर दिया गया है, तो वही एचपीएससी के हर पेपर में भी घोटाले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के साथ धोखे पर धोखा किया जा रहा है और इन पर अंकुश नहीं लग रहा हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस द्वारा बनाए गए दवा वगैरा के बाद ही हरियाणा सरकार दबती हुई दिखाई दे रही और इसका असर मनोहर सरकार न अनिल नागर को बर्खास्त कर दिया हैं। आज के दिन कटघरे में अनिल नागर नहीं खड़ा, बल्कि मुख्यमंत्री खड़े हैं। नौकरी में क्राइटेरिया बदल दिए जाते हैं।

कांग्रेस का बड़ा आरोप : आज के दिन कटघरे में अनिल नागर नहीं खड़ा, बल्कि मुख्यमंत्री खड़े

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा जजपा सरकार नौकरी भर्ती नीलामी कांड से सीएम नहीं बच रहे। 29 दिन बीत जाने के बाद एक बात साफ है कि सरकार और सीएम अपराधियों को बचाने का काम कर रहे हैं। मुख्य आरोपी जसबीर बलहारा को चैयरमैन आलोक वर्मा ने वापस रख लिया। जसबीर को गिरफ्तार नहीं किया। उल्टा आलोक वर्मा ने उसकी कंपनी को क्लीनचिट दे रही है।

सुरेजवाला ने कहा कि फिंगर प्रिंट और बायोमेट्रिक का मिलान क्यों नहीं किया जा रहा। यह भी ठेका प्राइवेट एजेंसी के पास है। प्राइवेट एजेंसी पैसे लेकर कुछ भी कर सकती है। विजिलेंस ने पूरे मामले की भ्रूण हत्या कर दी है। अनिल नागर, अश्विनी, नवीन को कहीं भी लेकर नहीं गई। इनका दोबारा रिमांड भी नहीं मांगा। सरकार और विजिलेंस इस मामले की जांच करना ही नहीं चाहती। सीएम का एक नजदीकर व्यक्ति ओएमआर शीट भरवा रहा था।

कांग्रेस का बड़ा आरोप : आज के दिन कटघरे में अनिल नागर नहीं खड़ा, बल्कि मुख्यमंत्री खड़े

अनिल नागर ने इस बात का खुलासा किया था। सीएम को इस पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।दोनों के बीच क्या रिश्ता कहलाता है। सरकार को कौन जांच से रोक रहा है। यह मुख्यमंत्री की सहमित के बिना नहीं हो सकता था। 29 दिन बीत जाने के बाद भी डेंटल सर्जन पेपर रद्द नहीं हुआ और न ही एचसीएस प्री का पेपर रद्द हुआ। एचएसएससी में विजिलेंस ने झांका तक नहीं।

डेंटल सर्जन, एएनएम, वीएलडीए में आरोपी किसी केंडीडेंट को आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया। खानापूर्ति के लिए कुछ केंडिडेंट को नोटिस जारी कर दिया। विजिलेंस की टीम हरियाणा बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन जांच करने नहीं गई और न किसी को गिरफ्तार किया। पूरा मामला रफा दफा किया जा रहा है।