राम लला की शरण मे पहुँचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अयोध्या पहुँचते ही कह दी यह बात

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आज उत्तर प्रदेश दौरे का तीसरा दिन था, सीएम खट्टर के साथ अन्य भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ आयोध्या नगरी में राम लला की शरण पहुँचे । यहाँ उन्होने जेपी नड्डा सहित अन्य मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ सरयू घाट पर पूजा अर्चना की।

काशी विश्वनाथ धाम कॉरीडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जब बुधवार को आठ राज्यों की सरकार परमसत्ता भगवान श्रीराम की नगरी पहुंची तो अयोध्या की महिमा भी शिखर पर दिखी। राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित तीन उपमुख्यमंत्रियों ने अयोध्या की महिमा पूरे श्रद्धा से शिरोधार्य किया। सपरिवार रामलला सहित हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन व सरयू की आरती कर सभी मेहमान निहाल दिखे।

राम लला की शरण मे पहुँचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अयोध्या पहुँचते ही कह दी यह बात

वही हरियाणा के मुख्यमंत्री बोले कि हमे अयोध्या आकर बहुत अच्छा लग रहा है उन्होंने कहा कि सभी भाजपा के मुख्यमंत्री यहां राम लला की नगरी में आये है हम राम लला के दर्शन करेंगे ।

रामलला मंदिर के परिसर में स्थापित निर्माण के कार्यो की ली जानकारी

राम लला की शरण मे पहुँचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अयोध्या पहुँचते ही कह दी यह बात

रामलला मंदिर के परिसर में स्थापित मंदिर निर्माण के कार्यो की जानकारी ली । प्रस्तुतिकरण एलएण्डटी के प्रमुख इस परियोजना के विनोद मेहता द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि जो कार्य चल रहा है उस पर भव्य श्रीरामलला मंदिर का निर्माण हो रहा है तथा जो ध्वज लगा है उस पर भगवान राम लला का जन्मस्थान है। वहां पर प्रधानमंत्री द्वारा 5 अगस्त 2020 को भूमिपूजन किया गया था।

राम लला की शरण मे पहुँचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अयोध्या पहुँचते ही कह दी यह बात

उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर तीन तलों का बनेगा, जिसकी लम्बाई 388 फिट, चैड़ाई 250 फिट और ऊंचाई 161 फिट आदि होगी। मंदिर का निर्माण/डिजाइन 1000 अवधि मानकर किया जा रहा है। मंदिर के निर्माण में लोहे का प्रयोग नही किया जा रहा है इसमें तांबे का प्रयोग किया जा रहा है और इसकी भराई एक विशेष बिल्डिंग मैटेरियल से की जाती है। करीब इसमें 26000 ग्रेनाइट के ब्लाक लगाये जायेंगे। इसके अलावा इसमें राजस्थानी विशेष पत्थरों का इस्तेमाल किया जायेगा। मंदिर का निर्माण रात दिन चल रहा है इसको वर्ष 2023 अन्त तक पूरा होने की संभावना है।