करीब एक साल बाद किसान आंदोलन खत्म होने के बाद अब दिल्ली से लगे बॉर्डर धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण बंद सड़कों पर फिर से यातायात शुरू होने लगा है। राजधानी दिल्ली से हरियाणा को जोड़ने वाली जीटी रोड पर छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। वहीं प्रशासन का कहना है कि सिंघु बॉर्डर जीटी रोड को पूरी तरह खुले में कुछ दिन और लग सकते हैं।
कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर 385 दिनों के बाद बुधवार देर शाम जीटी रोड को खोल दिया गया है। फिलहाल जीटी रोड पर केवल छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है। प्रशासन की ओर से कहना है कि रोड पर मरम्मत का कार्य जारी है। काम पूरा होने के बाद रोड को भारी वाहनों के लिए भी खोल दिया जाएगा।
सोनीपत प्रशासन की ओर से दोपहर करीब 3:00 बजे छोटे वाहनों के लिए बॉर्डर खुलवाया गया लेकिन वाहनों के आवागमन के कारण मरम्मत कार्य में परेशानी होने से दिल्ली पुलिस ने रास्ता फिर से बंद करवा दिया। जिसके बाद करीब 2 घंटे तक मरम्मत का कार्य चलाओ और शाम करीब 6:00 बजे रास्ते को फिर से खोल दिया गया।
गौरतलब है कि 11 दिसंबर को किसानों की घर वापसी के बाद जीटी रोड पर कुंडली-सिंघु बॉर्डर से वाहनों के आवागमन की तैयारी शुरू कर दी गई थी। हरियाणा की सीमा में प्रदर्शनकारियों ने 10 किलोमीटर के क्षेत्र को 2 दिन में पूरी तरह खाली कर मरम्मत का कार्य पूरा कर दिया गया।
लेकिन दिल्ली की सीमा में सिंघु बॉर्डर पर बने कंक्रीट की दीवारों, सीमेंट के मजबूत बैरिकेड को हटाने में लंबा समय लग गया। साथ ही सड़क पर गड्ढे भी हो गई थे। जिनकी मरम्मत में समय लग रहा है और धीरे-धीरे रोड को खोला जा रहा है।
सोनीपत उपायुक्त ललित सिवाच का कहना है कि हॉट मिक्स प्लांट बंद होने के कारण रोड के स्थाई मरम्मत नहीं की जा सकी है। सड़क के गड्ढों को मिट्टी व पत्थर डालकर भरा जा रहा है। ऐसे मैं अभी केवल छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है। मरम्मत का काम पूरा होने के बाद जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।