मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक रूप से लड़के और लड़की की शादी करवाई जाती है। इस सरकारी योजना की लालच में आकर एक भाई बहन ने ऐसा कदम उठाया जिसे देख और सुनकर हर कोई हैरान रह गया। उत्तर प्रदेश से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ के लालच में आकर भाई-बहन ने आपस में ही शादी कर ली। बता दें कि समाज कल्याण विभाग द्वारा शादियों का आयोजन किया जाता है। सामूहिक विवाह योजना के तहत राज्य सरकार प्रत्येक जोड़े को उन्हें दिए जाने वाले घरेलू उपहारों के अलावा 35,000 रुपये भी देती है।
योजना के विवरण के अनुसार वर के बैंक खाते में 20,000 रुपये जमा किए जाते हैं और 10,000 रुपये के उपहार भी दिए जाते हैं। बता दें कि 11 दिसंबर को फिरोजाबाद के टूंडला में इनकी शादी हुई थी और इसका पता तब चला जब स्थानीय ग्रामीणों ने विवाहित जोड़े की पहचान भाई-बहन के रूप में की।
इस विवाह कार्यक्रम का आयोजन टूंडला प्रखंड विकास कार्यालय परिसर में किया गया। इसमें 51 अन्य जोड़ों का भी विवाह कराया गया। टूंडला के प्रखंड विकास अधिकारी नरेश कुमार का कहना है कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि शादी के लिए जोड़ों की तलाश व सत्यापन करने वाले ग्राम पंचायत सचिव मरसेना कुशलपाल, ग्राम पंचायत घिरौली सचिव अनुराग सिंह, एडीओ कॉपरेटिव सुधीर कुमार एडीओ समाज कल्याण विभाग चंद्रभान सिंह से इसका स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर उनके विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी।
टूंडला कोतवाली के प्रभारी राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी की तरफ से सामूहिक विवाह समारोह में अनुपस्थित जोड़ों के स्थान पर फर्जी तरीके से शादी करने के मामले में तहरीर दी गई है। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।