जैसा कि आप सभी जानते है कि एटीएम मशीन हमारे किस काम आती है। इससे हम बिना बैंक जाए पैसे निकाल सकते है और इससे हमारा समय भी बचता है। लेकिन आज हम आपके लिए एक बड़ी महत्वपूर्ण खबर लाए है, जो एटीएम से कैश निकलने के बारे में में है। इसके नियमों में कुछ बदलाव हुए है, जो हम आज आपको बताएंगे। जानने के लिए खबर अंत तक पड़े।
एटीएम से कैश निकालने के नियमों में बदलाव हुआ है। SBI ने एटीएम से ट्रांजैक्शन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए एक नया कदम उठाया है। अब एसबीआई एटीएम से कैश निकालने के लिए आपको ओटीपी दर्ज करने की जरूरत होगी।
आपको बता दे इस नए नियम में ग्राहक बिना ओटीपी के कैश नहीं निकाल पाएंगे। पैसे निकालने के समय ग्राहकों को उनके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी मिलेगा जिसे डालने के बाद ही एटीएम से कैश निकाल सकते है।
खुद बैंक ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है.l ट्वीट में कहा गया है, ‘एसबीआई एटीएम में लेनदेन के लिए हमारी ओटीपी आधारित नकद निकासी प्रणाली धोखेबाजों के खिलाफ टीकाकरण है। आपको धोखाधड़ी से बचाना हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। एसबीआई के ग्राहकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि ओटीपी आधारित नकद निकासी प्रणाली कैसे काम करेगी।’
आपको बता दें कि 10,000 और उससे ज्यादा रकम निकासी पर यह नियम लागू होंगे। एसबीआई के ग्राहकों को उनके बैंक खाते से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गए एक ओटीपी और उनके डेबिट कार्ड पिन के साथ हर बार अपने एटीएम से 10,000 रुपये और उससे अधिक निकालने की अनुमति देगी।
यह है प्रोसेस:
एसबीआई एटीएम से नकदी निकालने के लिए आपको एक ओटीपी (OTP) की जरूरत होगी।
इसके लिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
ये ओटीपी एक चार अंकों की संख्या होगी जो ग्राहक को सिंगल ट्रांजैक्शन के लिए मिलेगा।
एक बार जब आप वह राशि दर्ज कर लेते हैं जिसे आप निकालना चाहते हैं, तो एटीएम स्क्रीन पर ओटीपी डालने को कहा जाएगा।
आपको कैश निकासी के लिए इस स्क्रीन में बैंक के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करना होगा।
आखिर क्यों पड़ी इसकी जरूरत:
बैंक की तरफ से यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि ग्राहकों को फ्रॉड होने से बचाया जा सके। देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई के पास भारत में 71,705 BC आउटलेट्स के साथ 22,224 शाखाओं और 63,906 ATM/CDM का सबसे बड़ा नेटवर्क है।इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या लगभग 9.1 करोड़ और 2 करोड़ है।