2 करोड़ रुपये में से 50 लाख की हेराफेरी मामले, हवलदार ने जिसको सौंपे पुलिस ने उसको ही बना दिया गवाह

0
465

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा से चोरी करके लाए गए 2 करोड रुपए में से 50 लाख की हेरा फेरी में फंसे लाइन पर थाना के हवलदार को गिरफ्तार करके शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया है। साथ ही पुलिस की ओर से उसकी 5 दिन के रिमांड की अर्जी दाखिल भी की गई है। लेकिन अदालत मैं उसका 4 दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया। साथ ही पुलिस ने इस मामले में 40 लाख रुपए बरामद किए हैं और 4 दिन की पूछताछ में आरोपी से पुलिस को कई सवाल के जवाब भी लेने हैं।

वही आपको बता दे की ,जिस मकान से दो करोड़ रुपये चोरी करके लाए गए थे , उसके मालिक से भी पूछताछ के लिए पुलिस जाएगी। गीता चौधरी और उनके पति प्रशांत चौधरी रात को ही लाइन पार थाने में पहुंचे गए थे।साथ ही बताया जाता है कि उन्हें जब पुलिस की ओर से पैसों से भरे बैग सौंपे गए तो उनमें डेढ़ करोड़ रुपये ही मिले थे बाकी 50 लाख रुपये कम होने पर शोर मचा था तो तब पुलिस उनसे भी पूछताछ करेगी। हालांकि गीता चौधरी नोएडा में कहां रहती हैं, यह पुलिस ने अभी स्पष्ट नहीं कर पाई हैं।

2 करोड़ रुपये में से 50 लाख की हेराफेरी मामले, हवलदार ने जिसको सौंपे पुलिस ने उसको ही बना दिया गवाह

और बताया जा रहा है, कि मकान मालिक से पूछताछ में साफ होगा कि असल में कितने पैसों की हेराफेरी की गई हैं और , मामला 50 लाख का है और अभी बरामदगी 40 लाख की हुई गई हैं। फिलहाल तो पुलिस की माने तो 40 लाख की ही हेरोफेरी होने की बात कही गई हैं। वही अब पैसों के मालिक और आरोपित हवलदार को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी और बता दें कि गीता चौधरी के घर पर नौकर रहे उमेश व गोलू दो करोड़ रुपये चोरी करके लाए थे और तभी उनके खिलाफ कार्रवाई की बजाय पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था।

साथ ही आरोपित हवलदार राजेंद्र ने नोटों से भरा सूटकेस रात में ही अपने एक परिचित संदीप को दे दिया था और वह लाइनपार क्षेत्र के ही नेताजी नगर का रहने वाला था।वही वह थाने के गेट पर आकर पैसों से भरा बैग ले गया था। उसके घर से पैसे बरामद हुए थे और अब संदीप को पुलिस ने इस मामले में मुख्य गवाह बनाया है।

2 करोड़ रुपये में से 50 लाख की हेराफेरी मामले, हवलदार ने जिसको सौंपे पुलिस ने उसको ही बना दिया गवाह

साथ ही उसका कहना है कि, हवलदार ने तो उसे यह कहकर पैसों से भरा बैग दिया था की उसके एक रिश्तेदार के घर पर रेड पड़ी है। ये पैसे उसके हैं, रात को अपने पास रख लो, सुबह में तुमसे ले जाएगा। संदीप का कहना था कि इस तरह की हेराफेरी के पैसे होने के बारे में उसे जानकारी नहीं ली गई थी।

वही बुधवार की रात जब पुलिस के पास सूचना आई और ड्यूटी आफिसर रहे राजेंद्र हवलदार (आरोपित) मौके पर पहुंचे जब से लेकर मकान मालिक को पैसों से भरे बैग सौंपने के बीच हवलदार और एचएसओ की फोन पर बात हुए थी या नहीं? और अगर बात हुई तो कितनी बार हुई और एसएचओ को इस मामले की जानकारी बिल्कुल शुरूआत से थी या नहीं। इन सब बिंदुओं पर भी जांच अभी चल रही हैं।

2 करोड़ रुपये में से 50 लाख की हेराफेरी मामले, हवलदार ने जिसको सौंपे पुलिस ने उसको ही बना दिया गवाह

हालांकि अभी एसएचओ को वीरवार को ही पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम की ओर से निलंबित कर दिया गया था। और इस मामले की जांच कर रहे डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि अभी तक एसएचओ की हेराफेरी में भूमिका सामने नहीं आई है,लेकिन फिर भी जांच चल रही है। अगर मिलीभगत मिलती है, तो कार्रवाई होगी। फिलहाल दो बिंदुओं पर गंभीरता पूर्वक जांच की जा रही है की , एक तो यह कि इस मामले में कितने पैसों की हेराफेरी हुई। इसके लिए आरोपित और पैसों के मालिक से एक साथ पूछताछ होगी और दूसरा ये कि इस मामले में किसी और की कोई भूमिका है या नहीं! और जहां तक इस मामले में नोएडा में किसी तरह की कानूनी कार्रवाई का सवाल है, तो उसके बारे में अभी जानकारी कोई जानकारी नहीं मिली हैं।