सूरजकुंड के पास ग्रीन वैली रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा कारों के पहिए में क्लैम्प लगाए जा रहे है इसकी वजह से लोग बहुत ही मुश्किल में हैं। सुनने में आया है कि क्लेम्प खोलने के एवज में प्रति कार मालिकों से 500 रूपए से लेकर 2000 रूपए तक वसूले जा रहे हैं। आरडब्लूए के इस नियम से यहां के हजारों निवासियों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं। इस मामले में ग्रीन वैली रेजिडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सतीश गुप्ता का कहना हैं कि जो लोग अपने पार्किंग से हट कर सोसायटी में सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी करते हैं और अपने फ्लैटों में बैठे होते हैं। उन्हीं की गाड़ियों में क्लैम्प लगाईं जा रही हैं, और उनसे क्लैम्प खोलने के एवज 500 रुपए लेकर आरडब्ल्यूए की तरफ से रसीद दी जा रही हैं, ताकि आगे से लोग अपने पार्किंग का इस्तेमाल करें।
उनका कहना हैं कि जिन लोगों के पास एक से अधिक गाड़ियां हैं, वह लोग कहीं और रेंट पर पार्किंग ले सकतें हैं, दूसरा ये हैं कि इस सोसायटी में बहुत से ऐसे लोग जो नहीं से रहते हैं, उनकी पार्किंग यदि खाली हैं, तो वह लोग उनसे रेंट पर पार्किंग ले सकतें और अपनी गाड़ियों को खड़ी कर सकतें हैं।
इसमें आरडब्ल्यूए को कोई दिक्कत नहीं हैं। जो लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने के लिए यहां अपने गाड़ियों से आते हैं, उनके लिए पार्किंग के पास स्पेस छोड़ा हुआ हैं। वहां पर वह लोग अपनी गाड़ियां खड़ी कर सकतें हैं।
गौरव दीवान का कहना हैं कि वह ट्यूलिप टावर फ्लैट नंबर -201, सेकंड फ्लोर, ग्रीन वैली, समीप गुरुकुल, फरीदाबाद में रहते हैं यहां वह वर्ष 2007 से रहते हैं। साथ में उनकी धर्मपत्नी कल्पना विश्वास व पिता अशोक कुमार दीवान रहते हैं। वह खुद बिजनेस करते हैं और उनकी पत्नी कल्पना विश्वास भी बिजनेस करती हैं व पिता अशोक कुमार दीवान हैं, जो घर में मुख्य लोग हैं।
उनके पास आज के समय में कुल छः गाड़ियां हैं, इसमें से तो दो गाड़ियां अपने ऑफिस के पार्किंग में खड़ी की हुई हैं, एक गाड़ी अपने मिलने वाले के पार्किंग में खड़ी की हुई हैं, वह यहां नहीं रहते हैं और उनकी फ्लैट की चाबी भी उनके पास हैं, इसके अलावा तीन गाड़ियां हैं, इसमें से वह खुद एक गाड़ियां चलाते हैं, दूसरी गाड़ी उनकी धर्मपत्नी कल्पना विश्वास रोजाना चला कर अपने ऑफिस काम पर जाती हैं और तीसरी गाड़ी उनके पिता अशोक कुमार दीवान के पास होती जो वह रोजाना इस्तेमाल करते हैं।
उनका कहना हैं कि वह सुगर के मरीज हैं, उनकी हालत कभी-कभी गड़बड़ हो जाती हैं, कभी जल्दी जल्दी में कहीं आना-जाना भी पड़ता हैं, इस लिए कई बार अपने घर के सामने, सड़क किनारे अपनी गाड़ियां खड़ी करनी पड़ जाती हैं।
ऐसे हालत में सेक्युरिटी गार्ड में व्हील क्लैम्प लगा देता हैं, वजह पूछने पर एक ही बात कहता हैं कि 500 रूपए जुर्माने का भरना पड़ेगा। जरा से विरोध क्या किया उन लोगों ने उनसे बदतमीजी से बात करते हुए 2000 रूपए तुरंत भरने के लिए कहा।
उनका कहना हैं कि एक गाड़ी उनकी पार्किंग में खड़ी थी, उसमें भी बदले की भावना से सेक्युरिटी गार्ड ने क्लैम्प लगा दी। ये लोग उनके साथ कुछ ज्यादा ही बतमीजी कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होनें एक शिकायत ग्रीन फील्ड चौकी में दी हैं, पर उनकी दरखास्त पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई हैं। इस बारे में ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी के इंचार्ज विष्णु दत्त से बात करने की कोशिश की गई हैं पर वह छुट्टी पर चल रहे हैं।
एनआईटी डीसीपी नितिन अग्रवाल का कहना हैं कि ये बात उनके जानकारी में अभी नहीं हैं पर आपके माध्यम से ये जानकारी मिली हैं कि ग्रीन वैली में आरडब्ल्यूए के द्वारा कार की अवैध पार्किंग करने पर क्लेम्प लगा कर 500 रूपए से 2000 रूपए तक वसूले जा रहे हैं, फिर कार मालिक से बदतमीजी से बात की जा रहा रहीं हैं। एक और शिकायत ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी हैं, इस बारे में पता करके जो भी उचित कार्यवाही की जाएगी।