7 साल फिर भी अधूरा मंझावली पुल का निर्माण, फैसलें का अपमान या सत्ता का अभिमान

0
466

दाएं तरफ जल्दी मंझावली पुल के निर्माण के बाद लोगों में ग्रेटर नोएडा फैजाबाद की बेहतर कनेक्टिविटी के साथ आवागमन की उम्मीद जगी थी वह अभी भी अधूरी मालूम पड़ती है। दरअसल 700 मीटर कार्य को पूरा करने के लिए 7 साल भी काम कर रहे हैं और आलम यह है कि आज भी यह कार्य निर्माण की राहत ताक रहा हैं।

पुल के निर्माण कार्य के दौरे के दौरान देखा कि यमुना में पिलर बनाने का काम लगभग पूरा तो कर लिया गया है। अब महज केवल मात्र 50 मीटर पर ही गार्टर रखे जा सकें। पुल को गांव से बाहर निकालने के लिए बनाए जाने वाले बाइपास रोड के लिए अभी तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।

7 साल फिर भी अधूरा मंझावली पुल का निर्माण, फैसलें का अपमान या सत्ता का अभिमान

वहीं कुछ इस तरह की स्थित‌ि नोएडा क्षेत्र की बनी हुई है। ऐसे में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अधिकारियों के अप्रैल 2022 तक निमार्ण कार्य पूरा करने के दावे कितने सटीक साबित होंगे। यह देखने योग्य होगा।

7 साल फिर भी अधूरा मंझावली पुल का निर्माण, फैसलें का अपमान या सत्ता का अभिमान

मंझावली में पुल निर्माण की आधारशिला 15 अगस्त 2014 को रखी गई थी। पुल निर्माण पर लगभग 120 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसे एक साल में बनकर तैयार होना था। लेकिन सात साल से पुल का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। मंगलवार को अमर उजाला संवाददाता ने पाया कि यमुना में कुल 11 पिलर बनाए जाने है। अब तक नौ बने हैं। इनमें से तीन के ऊपर बी सेप पिलर्स रखने का काम पूरा किया गया है।

7 साल फिर भी अधूरा मंझावली पुल का निर्माण, फैसलें का अपमान या सत्ता का अभिमान

कारपेट,गाइडबंद, ‌फिनिशिंग के अलावा यमुना के दोनों तरफ पुल को जोड़ने के लिए बनाए जाने वाली सड़क का काम अधूरा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मंझावली और नोएडा क्षेत्र में अभी जमीन अधिग्रहण का काम शुरू नहीं हुआ है। वर्षों से केवल पुल बन रहा है। हालांकि मौके पर काम जरूर चल रहा था लेकिन वह बेहद धीमी गति से किया जा रहा है।

7 साल फिर भी अधूरा मंझावली पुल का निर्माण, फैसलें का अपमान या सत्ता का अभिमान

मंझावली से खेड़ी पुल की तरफ आने वाली सड़क की चौड़ाई को बढ़ाया जाना है। वहीं गांव मंझावली और चीरसी में बाईपास सड़क बनाई जाएगी। पुल की कनेक्टिविटी के लिए लगभग 24 किलोमीटर लंबी परियोजना पर काम हो रहा है। इसके तहत 19 किलोमीटर सड़क हरियाणा और पांच किलोमीटर सड़क उत्तर प्रदेश में बनाई जानी हैं। मंझावली गांव में यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा फोर लेन पुल बनाया जाना है। पुल निर्माण के बाद ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद की दूरी मिनटों की रह जाएगी। फिलहाल ग्रेटर नोएडा पहुंचने में दो घंटे का समय लगता है।