सभी मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतारने के बाद, सरकार ने अंबाजी मंदिर को लेकर लिया यह निर्णय….

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हिंदू धर्म में अपने मंदिरों को लेकर बहुत ज्यादा आस्था और भावना होती है। और अगर कोई भी उनकी संस्कृति के साथ छेड़छाड़ करता है तो वह इस चीज पर बहुत गुस्सा दिखाते हैं। मंदिरों में शाम को आरती के लिए लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं, जिससे पूरे गांव और शहर में उसकी आरती की आवाज कानों में पड़ती है ।और अगर कोई उन्हीं स्पीकर को उतारने की बात करेगा तो लोग क्या करेंगे यह आप भी जानते हैं। तो ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जाने के लिए खबर को अंत तक पढ़े।

आपको बता दे अभी 18 दिसंबर को अंबाजी मंदिर के एक पुजारी ने यह जानकारी देते हुए बताया था कि हवन शाला में जो लाउड स्पीकर लगे हुए है उन्हे हटाने के लिए कहा गया है। इस जानकारी के बाद लोग इस बारे में चर्चा करने लगे और साथ ही कुछ लोग तो यह भी कहने लगे कि म स्जिदों में लगे लाउड स्पीकर हटाने के लिए क्यों नही कहते। इस ख़बर के जरिए हम आपको बताएंगे कि मंदिर से लाउड स्पीकर अलग करने के लिए क्यों कहा गया था।

सभी मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतारने के बाद, सरकार ने अंबाजी मंदिर को लेकर लिया यह निर्णय....

केंद्र की ओर से अंबाजी मंदिर के हवन शाला में लगे लाउड स्पीकर को ह टाने के लिए कहा गया था। यह खबर मिलते ही हिंदू समाज के लोगो ने  इस निर्णय को वापस लेने की मां ग की। आपको बता दे, शनिवार को कच्छ संत समाज अध्यक्ष योगी देवनाथ ने ट्विटर पर एक ट्वीट किया था।

सभी मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतारने के बाद, सरकार ने अंबाजी मंदिर को लेकर लिया यह निर्णय....

अब आपको बता दे कि  ट्विटर के माध्यम से वह मां ग कर रहे थे कि अंबाजी मंदिर में लगे लाउड स्पीकर का इस्तेमाल करने दिया जाए। साथ ही साथ उन्होंने मस्जिदों में लगे लाउड स्पीकर को ह टाने के लिए भी कहा था। हालांकि एक बार फिर से मंदिर में लाउड स्पीकर इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी गई है।

इस ट्वीट के बाद योगी देवनाथ  ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से एक ट्वीट किया है। ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट नजर आ रहा है। योगी देवनाथ ट्वीट करते हुए लिखते हैं कि “श क्तिपीठ अंबाजी मंदिर की हवनशाला में लगे लाउड स्पीकर से ध्वनि प्रदू षण होता है। कलेक्टर बीके से मिली अर्जी पर कार्य वाही करते हुए वहां से जल्दी ही लाउड स्पीकर अलग करने के लिया कहा गया है। अगर वहा से स्पीकर ह टाए गए तो गुजरात की सभी म स्जिदों से भी भोंपू उतारे जाने चाहिए।

इस ट्वीट की जानकारी मिलते ही कई लोग इस पर और भी ट्वीट करने लगे।  वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो म स्जिदों से लाउड स्पीकर अलग करने की मां ग कर रहे हैं। अब हम आपके लिए कुछ ट्वीट्स दिखाने वालें है,  जिसे देखने के बाद आप सहमत हो जाएंगे कि आखिर किस तरह से सोशल मीडिया यूजर्स योगी देवनाथ की बातों के साथ सहमति दिखा रहे हैं। कुछ लोग गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मंदिर में लाउड स्पीकर लगे रहने की मां ग कर रहे हैं।

अब इन ट्वीट को देखने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि लोगो के अंदर इस फैसले को लेकर कितना गुस्सा है। प्रशासन के इस फैसले से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है।