जिस परिवार पर हत्या का आरोप, सुसाइड कर पीछे छोड़ा एक नोट – मैं, मेरे माता‍-पिता कातिल नहीं हैं,

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जींद में उस वक्त हड़कंप का माहौल बन गया जब, एक ही परिवार के तीनों सदस्यों के शव फंदे से लटके मिले। पड़ोसियों द्वारा पुकारे जाने पर जबाव न मिलने से अंदर जाकर देखा तो को मंजर दिखाई दिया, उनसे सभी के होश उड़ गए। मामलें की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली, तो छानबीन शुरू हुई।

इसी दौरान पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट मिले, जिसमे लिखा था मैं, माता पिता कातिल नहीं हैं, और न हमें पता है कि ननु का मर्डर किसने किया है। मैं, मेरे माता पिता ननु के घर वालों से डर के मरे हैं।

जिस परिवार पर हत्या का आरोप, सुसाइड कर पीछे छोड़ा एक नोट - मैं, मेरे माता‍-पिता कातिल नहीं हैं,

पुलिस से एकत्रित जानकारी के मुताबिक जींद के गांव धनौरी के रहने वाले ओमप्रकाश, पत्‍नी कमलेश, और बेटे सोनू के शव फंदे पर लटके थे। वहीं उक्त मामले में ग्रामीणों से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि इन पर हत्‍या का आरोप था। जिसके चलते परिवार के लोग परेशान रह रहे थे। एक महीने पहले भी ओमप्रकाश के भाई ने भी इस आरोप की वजह से आत्‍महत्‍या कर ली थी।

जिस परिवार पर हत्या का आरोप, सुसाइड कर पीछे छोड़ा एक नोट - मैं, मेरे माता‍-पिता कातिल नहीं हैं,

सोनू ने मरने से पहले एक वीडियो भी जारी किया। वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर पोस्‍ट किया। वीडियो में सोनू और उसके पिता ओमप्रकाश दिख रहे हैं। वीडियो में सोनू ने कहा, उन पर हत्‍या के आरोप लगाए हैं। जबकि हमने कुछ नहीं किया है। सब झूठ है। वहीं सोनू के पिता ओमप्रकाश ने कहा कि मुझे कानून पर पूरा विश्‍वास था। वहीं, उनकी पत्‍नी कमलेश ने वीडियो में कहा कि कानून और गांव वालों से दुखी होकर आत्‍महत्‍या कर रहे हैं। उन्‍होंने वीडियो में कहा कि न्‍याय होना चाहिए।

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गौरतलब, करीब डेढ़ माह पहले गांव धनौरी निवासी नन्‍हा उर्फ ननु का शव माइनर में बोरी में बंद मिला था। ग्रामीणों का कहना है कि परिवार वालों ने हत्‍या का आरोप ओमप्रकाश, भाई बलराज और बेटे सोनू पर लगाया था। इसके बाद से परिवार परेशान था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही हैं, शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह भेजा जा चुका हैं।