फरीदाबाद मे कोरोना वायरस भयावह स्थिति में पहुंच चुका है और रोजाना सैकड़ों नए मामले और कई मरीजों की मृत्यु के साथ शहर की स्थिति जिला प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बनती जा रही है और शहर में घातक रूप धारण कर चुके इस वायरस पर किसी भी प्रकार से नियंत्रण पाना अब असंभव सा प्रतीत हो रहा है।
फरीदाबाद में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए जा रहे हेल्थ बुलेटिन के अनुसार रोजाना औसतन 100 से 120 नए मरीज सामने आ रहे हैं और रोजाना तीन से चार लोग फरीदाबाद में इस वायरस के चलते अपनी जान गवा रहे हैं जिले में कोरोना के अधिकतर मामले एनआईटी के डबुआ क्षेत्र से सामने आ रहे हैं जो एक कॉलोनी का इलाका है।
बताया जा रहा है कि डबुआ कॉलोनी के इलाके में कोरोना वायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले चरण में पहुंच चुका है जहां पर यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि संक्रमित व्यक्ति किस दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ है और एक अनुमानित आंकड़ों के अनुसार क्षेत्र में 100 लोगों में से 60 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं।
डबुआ कॉलोनी का यह इलाका फरीदाबाद की सबसे बड़ी कॉलोनी में से एक है जहां पर हजारों मध्यवर्गीय और निम्न वर्गीय तबके के परिवार रहते हैं। क्षेत्र में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले चरण की शुरुआत होना पूरे फरीदाबाद शहर के लिए और फरीदाबाद जिला प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय है।
बात करें फरीदाबाद के अन्य इलाकों की तो अन्य क्षेत्रों में से भी कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं लेकिन अभी तक किसी अन्य क्षेत्र से इस प्रकार चौका देने वाले आंकड़े सामने नहीं आए हैं जिसे देखकर कहा जा सके कि फरीदाबाद के अन्य इलाकों में भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले चरण की शुरुआत हो चुकी है।
जरूरत है कि फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी एवं आसपास के क्षेत्र के लोग इस महामारी के प्रति स्वयं भी जागरूक हो एवं अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें और बिना आवश्यक कार्यों के घर से बाहर ना निकले जिससे इस वायरस की चैन को तोड़ा जा सके अन्यथा फरीदाबाद के लिए इस वायरस को नियंत्रण कर पाना असंभव हो जाएगा।
बात करें आंकड़ों की तो फरीदाबाद में 25 जून को जारी की गई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट अनुसार 2938 संक्रमित मरीज अभी तक फरीदाबाद में पाए जा चुके हैं और अभी तक 68 लोग इस घातक वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गवा चुके हैं।
फरीदाबाद में कोरोनावायरस का ग्राफ रोजाना नए मरीजों के साथ तेजी से बढ़ रहा है इसलिए जिला प्रशासन को कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है जिससे इस घातक वायरस पर कुछ हद तक लगाम लगाई जा सके।