पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज नूंह में आयोजित ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का आयोजन जिले के विधायकों आफताब अहमद, मोहम्मद इलियास और मामन खान की तरफ से करवाया गया था। यहां बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने विपक्ष के सामने अपनी समस्याएं रखीं। स्थानीय विधायकों ने हुड्डा सरकार के दौरान हुए विकास कार्यों और इलाके की मांगों का लेखा-जोखा पेश किया। हुड्डा ने कहा कि मेवात से उनके परिवार का पुराना और भावनात्मक रिश्ता है। क्योंकि 1947 में उनके पिता रणबीर सिंह हुड्डा जी एक बार महात्मा गांधी जी को मेवात लेकर आए थे।
स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बड़ी तादाद में मेवात के लोगों ने देश के लिए शहादतें दी थीं। उन शहीदों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसलिए मुख्यमंत्री रहते उन्होंने मेवात के लिए जो कार्य किए, उसे करना उनकी जिम्मेदारी थी।
उनके कार्यकाल के दौरान मेवात में बहुत सारे कार्य हुए और कई बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी मिली। लेकिन, प्रदेश की बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकार ने ना मेवात में कोई नया विकास कार्य करवाया और ना ही पिछली सरकार की मंजूरशुदा योजनाओं को आगे बढ़ाया।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम के जरिए वो लगातार जनता से रूबरू हो रहे हैं। आज महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं और रोजगार घटते जा रहे हैं और जनता इसे महसूस कर रही है। हालात ऐसे हो गए हैं कि धीरे-धीरे सरकारी दफ्तर खाली हो रहे हैं, क्योंकि वहां पर कर्मचारी नहीं है। स्कूल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां पर टीचर्स नहीं हैं।
अस्पताल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां डॉक्टर्स नहीं हैं। इतना ही नहीं, सरकार की कुनीतियों के चलते आज सरकार का खजाना भी खाली है, दुकानदार व व्यापारी का गल्ला भी खाली है और गरीब-मजदूर का पेट भी खाली है। इसीलिए अब जनता कह रही है कि ऐसी सरकार को कुर्सी भी खाली कर देनी चाहिए।
हुड्डा ने शायराना अंदाज में कहा कि ‘मेरा पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना, मैं समुंदर हूं लौटकर जरूर आऊंगा।’ उन्होंने कहा कि जब वो लौटकर सत्ता में आएंगे तो मेवात में रेलवे लाइन लाने, यूनिवर्सिटी बनाने और मेवात कैनाल का विकास करने जैसी तमाम मांगों को पूरा किया जाएगा।
इस दौरान राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सबसे पहले मेवात की जनता का धन्यवाद किया। क्योंकि, यहां की जनता ने 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया करते हुए तीनों सीटें कांग्रेस को दी।
उन्होंने कहा कि मेवात हमेशा भाईचारे की मिसाल रहा है, जिसे लगातार चोट पहुंचाने की कोशिश हो रहे हैं। लेकिन जिस भाईचारे की नींव संविधान सभा में रहते हुए स्वर्गीय चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा ने रखी, उसे एकबार फिर स्थापित करना होगा। प्रदेश के विकास में मेवात की भी वहीं भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी, जो दूसरे इलाकों की होगी।
सांसद दीपेंद्र ने कहा कि मौजूदा सरकार ने मेवात समेत पूरे प्रदेश को विकास की पटरी से नीचे उतारने का काम किया है। जो प्रदेश 2014 से पहले प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, किसानों व खिलाड़ियों के सम्मान, कृषि उत्पादकता, गरीबों के हित की योजनाओं और रोजगार देने में नंबर वन था।
वह आज बेरोजगारी, अपराध, किसानों पर अत्याचार भ्रष्टाचार में पहले पायदान पर पहुंच गया है। हम संकल्प लेते हैं कि जब तक हरियाणा दोबारा विकास की पटरी पर नहीं आता, यहां भाईचारा और खुशहाली पूरी तरह स्थापित नहीं होते, हम चैन की सांस नहीं लेंगे।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के दौरान मेवात में साढ़े पांच हजार करोड़ के विकास कार्य जिले में हुए। कोटला झील, प्रदेश की सबसे बड़ी आईटीआई, लड़कियों के लिए आईटीआई, ड्राइविंग स्कूल, आईएमटी, मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, नए अस्पताल, नई सीएचसी, नई पीएचसी, होडल-पटौदी हाईवे जैसी तमाम परियोजनाएं जिले को मिलीं।
हुड्डा कार्यकाल के दौरान ही मेवात को जिला बनाया गया। लेकिन लेकिन 7 साल के दौरान मौजूदा सरकार ने जिले में विकास का कोई नया कार्य करवाना तो दूर, हुड्डा सरकार के तयशुदा कार्यों को भी रोकने का काम किया।
सांसद ने मोदी-खट्टर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस सरकार ने ऐसे कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जो 70 साल में नहीं बने। 70 साल में पेट्रोल, डीजल रसोई गैस, खाद इतना महंगा कभी नहीं हुआ, जितना इस सरकार में हुआ। 70 साल में बैंकों का कर्ज, किसानों पर अत्याचार और बेरोजगारी इतने कभी नहीं बढ़े जितने इस सरकार में।
ना ही 70 साल में देश को इतना तोड़ा गया और ना ही इतना झूठ बोला गया, जितना इस सरकार में। इसलिए इस सरकार को अब जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश चुनाव में उनकी ड्यूटी लगी है और बीजेपी सरकार को पहला झटका लखनऊ से मिलेगा।
कार्यक्रम में 4 दर्जन से ज्यादा पार्टी विधायक और पूर्व विधायक मौजूद रहे। कार्यक्रम में हाजी सहाबु ने गंदे पानी की निकासी और मेवात कैनल फीडर का मुद्दा उठाया। नईम इकबाल ने यूनिवर्सिटी, मेवात कैडर और रेलवे लाइन की मांग रखी।
ताहिर एडवोकेट ने वक्फ बोर्ड की जमीनों पर अवैध कब्जे हटाने की मांग रखी ताकि वहां पर नमाज पढ़ी जा सके। मोहम्मद ईसा ने नूंह से अलवर बॉर्डर राजस्थान तक फोरलेन सड़क की मांग रखी। साथ ही लोगों ने इलाके में मेट्रो लाइन लाने, मेडिकल कॉलेज की अनदेखी जैसे मुद्दा भी उठाया।
इसके अलावा आंगनबाड़ी वर्कर्स, रोडवेज यूनियन, सफाई कर्मचारी, हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक, छंटनीग्रस्त कर्मचारियों, कच्चे कर्मचारियों, सरपंचों, सामाजिक संगठनों, बेरोजगारों, महिलाओं और बुजुर्गों समेत अलग-अलग वर्गों ने भी माइक और ज्ञापन के जरिए विपक्ष तक अपनी अपनी समस्याएं पहुंचाईं। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी को आश्वासन दिया कि सड़क से लेकर सदन तक जनता की इन समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाकर समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।