फरीदाबाद : महामारी और भूकंप के झटकों ने पूरे एनसीआर इलाके में लोगों के लिए चिंता उत्पन्न हो रही है महामारी और एनसीआर में भूकंप के झटकों के चलते अब बीमा कंपनियों के बिजनेस में भी उछाल मारा है । लोगों ने हेल्थ इंश्योरेंस के साथ ही घर के सामान का इंश्योरेंस कराना भी शुरू कर दिया है हर साल आज के दिन नेशनल इंश्योरेंस अवेयरनेस डे मनाया जाता है।
बीमा कंसल्टेंट्स के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान बीमा कंपनियों के बिजनेस में करीब 25% उछाल देखने को मिला है सबसे अधिक हैल्थ इंसुरंस और दूसरे नंबर पर घर के बहुमूल्य सामान का बीमा हुआ है।
पॉलिसी लेते वक्त किन बातों का रखें ख्याल
- पॉलिसी में प्री व पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन कवर हो
- पॉलिसी लेने से पहले क्लेन के क्लोज पढ़ ले
- कैशलेस अस्पतालों की लिस्ट भी जांच लें
-ऑर्गन ट्रांसप्लांट में डोनर का भी कवरेज हो - कुछ प्लान में घर में हुए इलाज का भी मिलता है खर्च
- पॉलिसी में शामिल हो डे केयर
- को पेमेंट क्लोज वाली पॉलिसी लेने से बचें
नई पॉलिसी के लिए ग्राहकों ने मांगी अधिक जानकारी।
कुछ बीमा कंपनियों का कहना है कि नई पॉलिसीज के पूछताछ 30 – 40 प्रतिशत बढ़ चुकी है फरीदाबाद में कोरोनावायरस के रोजाना मामले बढ़ने के बाद से ऐसा देखने को मिल रहा है इसी के साथ साथ भूकंप के झटकों से भी लोगों के मन में घर और उसके अंदर के सामान को भी इंश्योरेंस के तहत कवर करने की डिमांड भी बड़ी है।
कोविड-19 की जांच मुफ्त
देश में कोविड-19 की जांच मुफ्त में की जा रही है हालांकि उसके बाद की प्रक्रिया का खर्च मरीज को खुद उठाना होगा स्टैंडर्ड हेल्थ पॉलिसी खरीद चुके लोगों का यह खर्च इंश्योरेंस कंपनी संभालेगी इनमें सर्जिकल प्रोसीजर रूम रेंट और एंबुलेंस का खर्च भी शामिल है।
बीमारी और भूकंप के खौफ से बड़ी डिमांड
एलआईसी के रिटायर्ड सीनियर मैनेजर और कंसलटेंट अयोध्या प्रसाद दीक्षित ने एक रिपोर्ट में बताया कि जब भी कभी वैश्विक किसी बीमारी का प्रकोप बढ़ता है दो लोगों के बीच खुद को कवर कराने की होड़ लग जाती है ऐसा ही कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद हुआ है इंश्योरेंस कंपनियां मौजूदा हालत में 2 तरीकों से तैयारी कर रही है उन जगहों का पता लगाना जहां प्रकोप सबसे ज्यादा फैला है और इसे बेचने के लिए क्या क्या कदम उठाए जा सकते हैं ।
इस दौरान कुछ इंश्योरेंस कंपनियां कोरोना वायरस के लिए अलग से प्लान तैयार कर रहे हैं यह उन ग्राहकों का ध्यान में रखकर बनाए जा रहे हैं जो खासतौर पर वायरस के कवर की मांग कर रहे हैं।