जब से लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ खूनी संघर्ष हुआ है, तभी से ही देश की जनता में चीन को लेकर गुस्सा है | इतना ही नहीं जनता अब चीनी प्रॉडक्ट्स का बॉयकोट कर रही है। हर तरफ चीनी सामान के बॉयकॉट की मांग उठ रही है। इतना ही नहीं, जगह-जगह पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले भी जलाए जा रहे है और सोशल मीडिया पर चीन की एप्लीकेशन डिलीट करने की बात हो रही है।
चीन के प्रति हर देशवासी में गुस्सा आना स्वाभाविक है | गुजरात में कुछ अलग तरह का ही विरोध देखने को मिला है। यहां पर चीन की एप्लीकेशन डिलीट करने वालों को काजू-बादाम दिए जा रहे है। गुजरात में चीनी एप्स डिलीट करने पर 250 ग्राम काजू बादाम का पैकेट दिया जा रहा है। दरअसल गुजरात के आणंद जिले में पेटलाद में खरीद बिक्री संघ ने चीन के विरोध में एक बड़ा फैसला लिया है। संघ ने चीनी एप्लीकेशन को डिलीट करने वालों को 250 ग्राम ड्रॉय फ्रूट देने का फैसला लिया है। जिसके बाद अब यहां पर हजारों लोग चीन की एप्लीकेशन अपने मोबाइल से डिलीट कर रहे हैं और संघ से ड्राई फ्रूट्स ले रहे हैं।
जिस टिक-टोक को बच्चे भारत में माँ – बाप से ज़्यादा समय दे रहे थे अब हालत ये है कि लोग लाईन में लगकर टिकटॉक डिलीट कर रहे हैं और ड्राई फ्रूट का पैकेट पा रहे है। भारत में तेजी से पॉपुलर हुए चीनी ऐप टिकटॉक के डाउनलोड में चीन से हुई तनातनी के बाद गिरावट आई है। इतना ही नहीं टिकटॉक से लेकर हेलो, बिगो, लाइव और पबजी जैसे ऐप को लोग अब बाय बाय कर रहे हैं। यही वजह है कि भारत में सबसे ज्यादा यूज़र बेस रखने वाले टिक-टोक के डाउनलोड में अप्रैल के मुकाबले मई में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं इसमें लगातार गिरावट जारी है। इसके साथ ही मई की तुलना जून में टिक-टोक के डाउनलोड में 38 प्रतिशत की गिरावट आई है।
Written By – Om Sethi