भारत – चीन तनाव के बीच दोनो देशो की सरकारों की ओर से अलग-अलग वक्तव्य सामने आ रहे हैं। इन्ही के चलते रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रेडियो प्रोग्राम “मन की बात” मे यह कहा है कि ” पूर्व मे जिन्हीने भारतीय ज़मीन पर बुरी नज़र डाली थी उन्हें करारा जवाब मिला था जबकि भारत ने हमेशा शांति की मांग की थी”।
प्रोग्राम के दौरान प्रधानमंत्री ने गलवन घाटी की क्रूर मुठभेड़ के ऊपर भी बात करि जिसमे 20 भारतीय सैनिकों और अनिर्दिष्ट चीनी सैनिकों की मौत होगयी थी। प्रधानमंत्री ने कहा की “भारत मित्रता की भावना का समान करता है, पर वह उचित जवाब देने मे भी सक्षम है और हमारे सैनिको ने यह दिखा दिया है कि वो किसी को भी भारत माँ के समान व महिमा पर बुरी नज़र नही पड़ने देंगे”।
आत्मनिर्भर भारत से शहीदों को श्रद्धांजलि मिलेगी
प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ” पूरा देश उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है”। पीएम ने उन परिवारों के दिखाए गए गौरव की ओर इशारा करते हुए कहा कि “देश के लिए उनकी भावना सच्ची शक्ति का निर्माण करती है”।
चीन के साथ तनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी लगातार कांग्रेस के निशाने पर रहे है। राहुल गांधी ने पीएम पर बार-बार आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय क्षेत्र का चीन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह सभ इस महीने की शुरवात मे एक बैठक के बाद आया है जिसमे पीएम ने बताया था कि चीन ने किसी भी भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा नही किया है।
लद्दाख: सेना ऑरेंज अलर्ट पर
पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी मे दोनो देशों की मुठभेड़ के बाद अब भारतीय सेनाओ ने ज़मीन ही नही, पर हवा मे भी चीन को घेरने के लिए जाल बिछा रखा है। लद्दाख मे वायु और थल सेना ऑरेंज अलर्ट पर है और साथ ही साथ क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम (जिस से दुश्मन के विमान तबाह कर सकते है) भी तैनात कर दिया गया है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने अपनी तोपो और मिसाइलो को तैनात करने के साथ ही पूर्वी लद्दाख मे अपने मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम भी मजबूत किए है और इसके अलावा नए उपकरणों पर भी कार्य चल रहा है।
Written by- Harsh Datt