आप सभी को बता दें दिल्ली से कटरा तक का एक्सप्रेसवे बनाने का कार्य बहुत तेजी से चल रहा है। अभी कुछ समय पहले ही दिल्ली से कटरा तक फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दूसरे पैकेज का ऐलान किया गया है। इसके तहत अब पहले पैकेज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार पहले पैकेज का काम हरियाणा के रोहतक जिले में शुरू हो चुका है।
ऐसा कहा जा रहा है कि जसौर खेड़ी गांव के पास कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे से ही कटरा एक्सप्रेस वे की भी शुरुआत की जाएगी। अभी मिट्टी ना होने के कारण निर्माण कार्य की रफ्तार थोड़ी कम हो गई है।
लेकिन आपको बता दे, उम्मीद है कि कुछ दिनों बाद जसौर से भी एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार 1 महीने पहले दूसरे पैकेज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका था।
अनुमान लगाया जा रहा है कि केएमपी एक्सप्रेसवे से लेकर जींद के गंगाना तक दो पैकेज ओं का निर्माण कार्य एनएचएआई पीआईयू सोनीपत द्वारा कराया जाएगा। जिसमें 2000 करोड रुपए तक की लागत लगने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
वहीं जींद से आगे पंजाब बॉर्डर तक इस एक्सप्रेस वे की लगाम पीआईयू भिवानी को सौंपी गई है। वहीं एनएचएआई भी दिल्ली की सीमा पर बनने वाले अर्बन एक्सटेंशन रोड तक कटरा एक्सप्रेस वे का विस्तार करने का सोच रही है।
दिल्ली सरकार चाहती है की कटरा एक्सप्रेस वे को सीधा दिल्ली से जोड़ा जाए। सूत्रों के अनुसार के केएमपी के जसौर से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 397 किलोमीटर है। जिसमें 12915 करोड रुपए की लागत लगने वाली है।
आपको बता दे, हरियाणा के इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 135 किलोमीटर तक होगी। वही केएमपी के जसौर से लेकर कटरा तक इसकी लंबाई 600 किलोमीटर बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा व गुरदासपुर के 397 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर 21 टोल प्लाज़ा बनाए जाएंगे। ऐसे में हरियाणा के 135 किमी में 8 तो पंजाब के 262 किमी में 13 टोल प्लाज़ा होंगे।
अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह एक्सप्रेस वे बनने के बाद देश में नई औद्योगिक क्रांति को जन्म देगा। वहीं इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ सकते है। केएमपी के जसौर से लेकर जींद के गंगाना तक भी दो पैकेजों में काम किया जाएगा।
पहले पैकेज 34 किमी लंबा होगा जिसमें 1053.34 करोड़ का खर्च होगा। वहीं दूसरा पैकेज 28.800 किमी लंबा होगा जिसमें 858.41 करोड़ का खर्च होने वाला है।