HomeInternationalसीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

सीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

Published on

राजस्थान के सीकर में रहने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) CRPF के जवान दीपचंद वर्मा आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए. वह सीकर जिले के बावड़ी गांव के रहने वाले थे.

सीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

जवान दीपचंद वर्मा सोपोर इलाके में अपने दल के साथ पैट्रोलिंग पर कर रहे थे कि तभी घात लगाकर बैठे आतंकियों ने उनके दल के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले मे जवान दीपचंद वर्मा घायल हो गए. घायल होने के बाद उन्हें जल्द से जल्द आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. इलाज के दौरान ही शहीद जवान दीपचंद वर्मा ने अंतिम सांस ली.

सीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

शहादत की सूचना सीआरपीएफ की ऑफिस की ओर से सेंगाव में जवान के चाचा ओंकार मल को दी गई, जिसके बाद गांव का माहौल गमगीन हो गया.

शहीद जवान दीपचंद वर्मा का अंतिम संस्कार गुरुवार को हो सकता है. शहीद की खबर सुनने के बाद अजमेर में रह रही पत्नी को सीआरपीएफ के जवान पैतृक गांव बावड़ी लेकर पहुंचे, जिसके बाद घर का माहौल और गमगीन हो गया.

6 महीने पहले ही प्रमोशन हुआ था

सीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

शहीद दीपचंद वर्मा में शुरू से ही देश की सेवा का जज्बा भरा हुआ था. वह हमेशा से ही सेना में जाने की इच्छा रखते थे. इसी मकसद से शहीद दीपचंद वर्मा ने 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. छह महीने पहले ही जवान दीपचंद वर्मा हवलदार पद पर प्रमोशन हुआ था.

दीपचंद वर्मा के तीन बच्चे हैं. उनकी शादी सीआरपीएफ में भर्ती होने के एक साल बाद 2004 में हुई. शहीद दीपचंद वर्मा के दो जुड़वा बेटे और एक बेटी है घर में बुजुर्ग मां हैं. बच्चे पत्नी सरोज के साथ अजमेर स्थित सीआरपीएफ के क्वार्टर में रहते हैं. पिता की तीन साल पहले दिल और पीलिया की बीमारी से मौत हो गई थी.

गांव में शोक की लहर दौड़ गई

सीकर का जवान सोपोर आतंकी हमले में हुआ शहीद

जम्मू और कश्मीर सीआरपीएफ ऑफिस से शहादत की सूचना अजमेर में पत्नी के अलावा बावड़ी गांव में चाचा ओंकार मल को भी दी गई. जिसके बाद घर में गम के बादल छा गए. धीरे-धीरे बात पुरे गांव में फैली तो इस ख़बर से पुरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. शहीद दीपचंद वर्मा के घर भी ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. संभावना है कि पार्थिव देह पहुंचने पर गुरुवार को ही शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

Written by – Abhishek

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...