फरीदाबाद को भले ही स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल गया लेकिन आप यहां की हालत देखकर असमंजस में पड़ जाएंगे कि आखिर फरीदाबाद अभी तक स्मार्ट सिटी की कैटेगरी में कैसे शामिल हो सकता है। यह तस्वीरें कहीं और की नहीं बल्कि स्मार्ट सिटी का तमगा पहने फरीदाबाद के अंतर्गत आने वाले जवाहर कॉलोनी सारण स्कूल रोड की है।
तस्वीरें देखकर आप अंदाजा लगा सकते होंगे कि यहां सड़क का तो नामोनिशान तक नहीं दिख रहा ऐसे में यहां से आवागमन करने वाले वाहनों का या फिर पैदल चलने वाले व्यक्तियों का क्या हाल होता होगा?
इन तस्वीरों को देखकर अब सोच में पड़ जाएंगे कि इतने पानी में से आखिर कोई व्यक्ति कैसे बच के निकल सकता है।
अगर अभी की फिलहाल की बात करें तो, कोरोनावायरस के चलते लागू हुए लॉकडाउन के कारण शिक्षा संस्थान बंद है और जैसा की तस्वीरें सारे ने स्कूल रोड की है तो आप अंदाजा लगाइए कि अगर मौजूदा वक्त में स्कूल खुले होते तो हमारे युवाओं को हमारा भविष्य रचने वाले बच्चों का यहां से आवागमन करना कितना मशक्कत भरा हो सकता था।
रात के समय यहां से निकलना तो और भी ज्यादा जानलेवा हो सकता है। यहां सब सड़कें पानी से भरी नहीं होती यहां तो सीमेंट की सड़कें भी गड्ढों से भरी होती हैं जो रात के समय किसी भी व्यक्ति को लाइट होने के बावजूद लिखना संभव होती हैं। ऐसे ही में यहां पानी के तालाब में फंसी हुई कार आप देख कर हैरान हो जाएंगे कि चार व्यक्ति लगे होने के बावजूद इस कार को पानी के तालाब से बाहर निकालना कितना मुश्किल हो रहा है।
उधर हमारे विकास का राग अलापने वाले प्रशासन और जनप्रतिनिधि की बात करें तो जब भी उनके भाषण होते हैं तो वह केवल एक ही स्पीच देते हैं कि वह फरीदाबाद को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और जनता को भरपूर विकास का लाभ उठाने के लिए अपना फोन समर्थन करेंगे। इन तस्वीरों को देखकर आप अंदाजा लगाइए किस भी जनप्रतिनिधि या प्रशासन की नजर उक्त स्थानों पर नहीं पड़ती होगी। क्या उन्हें लोग के हालात दिखाई नहीं देते या फिर वह देख कर भी अंजान बने हुए हैं।