जिस तर्ज पर छात्रों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा हैं,अब ऐसे में गांव में छात्रों को शिक्षा प्रदान करने और उनकी स्कूल से दूरी कम करने के लिए उनका मार्गदर्शन करने के लिए प्रदेश सरकार ने अहम कदम उठाया हैं। दरअसल, शिक्षा के क्षेत्र में अपना ध्यान आर करते हुए इस बात पा ध्यान दे रही है कि शहर के अलावा गांव में रहने वाले विद्यार्थियों को भी किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इस और मुख्यमंत्री खट्टर का ध्यान है।
दरअसल, बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग के बैठक की अध्यक्षता में उन्होंने एक फैसला लिया। जिससे गांवों के स्कूल दूरी पर है वहां विद्यार्थियों के लिए सरकारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या ज्यादा है उन स्कूलों में बड़े वाहनों की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा जहां बच्चों की संख्या कम है, वह छोटी गाड़ियों की व्यवस्था कराई जानी चाहिए। इसके लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट विंग की भी स्थापना किए जाने का प्रस्ताव रखा तथा शिक्षकों को ट्रांसपोर्ट का नोडल ऑफिसर बनाने की भी बात कही हैं। मुख्यमंत्री खट्टर का यह कदम गांव के विद्यार्थियों के लिए बहुत मददगार साबित होगा। इससे उनकी परेशानी कम होगी तथा उनका समय भी बचेगा।
कई बार देखा गया हैं कि गांव में छात्रों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा ना मिलने के चलते उन्हें लंबी दूरी तय करने से ना ही सिर्फ उनको शारीरिक बल्कि उनके समय का भी नुकसान होता है। हालांकि हरियाणा सरकार इससे निपटने के लिए तैयारियां कर रही है जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्ति में आसानी हो।