जनहित को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाए : बलजीत कौशिक

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पैट्रोल व डीजल के दामों में लगातार वृद्धि के नाम पर मोदी सरकार द्वारा की जा रही जबरन वसूली आम जनता के साथ सरासर अन्याय है। आज जहां देश कोरोना महामारी एवं आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है, ऐसे में पैट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि ने लोगों की कमर तोडऩे का काम किया है।

उक्त वक्तव्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व विधायक आनंद कौशिक ने शुक्रवार को एसडीएम बल्लभढ़ को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहे।

जनहित को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाए : बलजीत कौशिक

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के दिशा निर्देश अनुसार श्री आनंद कौशिक के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ता पीडब्लयूडी रेस्ट हाऊस पर एकत्रित हुए और जलूस की शक्ल में पंचायत भवन पहुंचे, जहां एसडीएम को पैट्रोल व डीजल के दामों में की जा रही मूल्यवृद्धि के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

कौशिक ने कहा कि जब भाजपा 2014 में सत्ता में आई थी तो पैट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रुपए प्रति लीटर एवं डीजल पर 3.46 लीटर प्रति लीटर था। पिछले 6 सालों में केन्द्र की भाजपा सरकार ने पैट्रोल पर उत्पाद शुल्क को बढ़ाकर 23.78 और डीजल पर 28.37 रुपए प्रति लीटर कर दिया है।

जनहित को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाए : बलजीत कौशिक

जोकि साफ दर्शाता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार से आम आदमी की जेब पर डकैती डालने का काम कर रही है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव बलजीत कौशिक ने कहा कि भाजपा ने पिछले 6 सालों में उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी करके 18 लाख करोड़ रुपए एकत्रित कर लिए हैं। तीन महीने के लॉकडाउन मे जहां आम आदमी की कमर पहले ही टूट चुकी है, काम धंधे चौपट हो गए हैं,

जनहित को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाए : बलजीत कौशिक

ऐसे में भाजपा सरकार को उत्पाद शुल्क कम करके पैट्रोल व डीजल के दामों में कमी करनी चाहिए। निष्ठुर मोदी सरकार ने पिछले 18 दिनों में पैट्रोल व डीजल के दाम लगातार बढ़ाए हैं, जबकि इन दिनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें कम हुई है। इसलिए हम ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हैं कि जनता के हितों को देखते हुए बढ़ी हुई कीमतें वापिस ली जाएं और इस कठिन दौर में लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया जाए।