26 मार्च को शाम के समय तिरखा कॉलोनी में स्थित एक गार्डन में पड़े हुए लकड़ी के टुकड़ों और भूसे में आग लग गई। डायल 112 की टीम ने मौके पर पहुंचकर बहादुरी का परिचय देते हुए आग पर काबू पा लिया और दो बच्चों सहित एक व्यक्ति को सुरक्षित आग से बाहर करने में सफल रही।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सिटी बल्लभगढ़ में तिरखा कॉलोनी के एक गार्डन में लकड़ी के टुकड़े और भूसा भरा हुआ था जिसके पास बच्चे खेल रहे थे। बच्चे घर से माचिस लेकर आए थे जो बच्चों से लकड़ियों में आग लग गई और अग्नि ने भयंकर रूप रूप ले लिया जिसमें एक व्यक्ति तथा 3-4 साल और 11-12 साल के 2 बच्चे आग के बीच फस गए थे।
डायल 112 टीम को हेड क्वार्टर पंचकूला कंट्रोल रूम से तिरखा कॉलोनी में आग लगने की सूचना शाम को करीब 7 बजे प्राप्त हुई जिसके बाद डायल 112 ईआरवी 163 गाड़ी जिसमे इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रणवीर, सिपाही मुकेश तथा रवि मौके शामिल थे जो मात्र 6 मिनट में मौके पर पहुंच गए। पहुंचने के बाद देखा कि आग ने भयंकर रूप ले रखा है जिसमें दो बच्चे और एक व्यक्ति फंसा हुआ है। दोनों सिपाहियों ने इंचार्ज की अगुवाई में सूझबूझ तथा बहादुरी का परिचय देते हुए दोनों बच्चों सहित उस व्यक्ति को आग के बीच से सुरक्षित निकाल लिया है।
पुलिस टीम के द्वारा मौके पर फायर ब्रिगेड भी बुलाई गई जिसकी मदद से आग पर काबू पा लिया गया था। बच्चों को सुरक्षित परिजनों के हवाले कर दिया गया है। बच्चों के परिजनों से पूछताछ तो उन्होंने बताया कि बच्चे आंख बचाकर गार्डन में खेलने के लिए निकल आए थे। परिजन बाहर आग लगने की आवाज और शोर सुनकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बच्चों के परिजनों को खयाल रखने की हिदायत देखकर बच्चों को बच्चों को उनके हवाले किया है।
तिरखा कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने पुलिस द्वारा आग पर काबू पाने के इस त्वरित व साहसिक कदम उठाने के लिए लोगों ने फरीदाबाद पुलिस का आभार जताया व पुलिस टीम को धन्यवाद कहा।